'जिस जमीन पर ताजमहल (Taj Mahal) बनाया गया था, वह मूल रूप से तत्कालीन जयपुर शाही परिवार (Jaipur royal family) की थी और इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने ले लिया था।' राजस्थान के राजसमंद से BJP की सांसद दीया कुमारी ने बुधवार को ऐसा दावा किया है। उनका ये बयान ऐसे समय आया है, जब इलाहाबाद हाई कोर्ट से ताजमहल के बंद पड़े 20 कमरों को खुलवाने की मांग की गई है।
कोर्ट में याचिका दायर कर, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को हिंदू मूर्तियों की संभावित मौजूदगी की जांच के लिए ताजमहल के अंदर 20 कमरे खोलने का निर्देश देने की मांग की गई थी। याचिका उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के BJP मीडिया प्रभारी रजनीश सिंह ने 4 मई को दायर की थी।
Hindustan Times के मुताबिक, दिया कुमारी ने कहा, "हमारे पास दस्तावेज हैं कि जमीन जयपुर परिवार की थी और शाहजहां ने इसे हासिल किया था।" उन्होंने इलाहाबाद होई कोर्ट में ताजमहल के इतिहास की तथ्य-खोज जांच की मांग वाली याचिका का भी समर्थन किया। दिया कुमारी खुद भी जयपुर शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
रजनीश सिंह ने कहा, "ताजमहल में लगभग 20 कमरे बंद हैं और किसी को भी इनमें जाने नहीं दिया जाता। ऐसा माना जाता है कि इन कमरों में हिंदू देवताओं मूर्तियां और शास्त्र हैं।"
दिया कुमारी ने कहा कि मामला अदालत में है और दायर याचिका में यह भी जिक्र किया गया है कि जमीन जयपुर के तत्कालीन शाही परिवार की थी।
'अदालत के मांगने पर उपलब्ध कराएंगे दस्तावेज'
उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि जमीन हमारी है। मुझे नहीं पता कि तब हालात क्या थे, लेकिन अगर अदालत हमसे कुछ भी या हमारे पास उपलब्ध कोई दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहती है, तो हम पोथीखाना (महल में रिकॉर्ड रूम) से उपलब्ध कराएंगे।"
BJP सांसद ने कहा, "तब कोई न्यायपालिका नहीं थी, तो उस समय कोई अपील नहीं की जा सकती थी। अभिलेखों की जांच के बाद ही चीजें साफ होंगी।" याचिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक वाजिब बात है कि कमरे खोले जाएं और जांच कराई जाए।
कुमारी ने कहा, "लोगों को पता होना चाहिए कि वहां कमरे क्यों बंद हैं। वहां कई कमरों को सील कर दिया गया है और इसकी जांच होनी चाहिए कि दरवाजों के पीछे क्या है।"