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‘मेरी तीन पीढ़ियों ने कभी नहीं भरा बिजली बिल’, केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने दिया बयान

केंद्रीय मंत्री और शिवसेना सांसद प्रतापराव जाधव ने एक बड़ा बयान दिया है। जाधव ने कहा कि "न तो मेरे दादा और मेरे पिता और न ही मैंने कभी कृषि बिजली बिल नहीं भरा है।" उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी के पानी के पंप अभी भी वहीं हैं। उन्होंने यह बयान 'कृषि बिजली बिल माफी योजना' पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 22, 2024 पर 10:50 AM
‘मेरी तीन पीढ़ियों ने कभी नहीं भरा बिजली बिल’, केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने दिया बयान
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने कृषि बिजली माफी योजना शुरू की है। इसमें किसानों को कृषि के लिए बिजली बिल में राहत मिलती है।

केंद्रीय मंत्री और शिवसेना नेता प्रतापराव जाधव (Prataprao Jadhav) ने दावा किया कि वह और उनकी तीन पीढ़ियों ने कभी भी कृषि बिजली बिल नहीं भरा है। आयुष और स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने कहा कि मैं एक किसान हूं। हमने पिछली तीन पीढ़ियों से बिल का भुगतान नहीं किया है। मेरे दादा के पानी के पंप अब भी वहीं हैं। उन्होंने कहा कि न तो मेरे दादा, मेरे पिता और न ही मैंने कृषि बिजली बिल कभी भरे हैं। जाधव ने यह ‘कृषि बिजली बिल माफी योजना' पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया था। यह योजना एकनाथ शिंदे सरकार की ओर से शुरू की गई प्रमुख पहलों में से एक है।

बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतापराव जाधव ने कहा कि अगर वितरण पैनल (डीपी) जल गया है। तब ऐसी स्थिति में वो नया पैनल लगाने के लिए संबंधित इंजीनियर को 1,000 रुपये से 2,000 रुपये देंगे।

केंद्र और राज्य सरकार की एक जैसी सोच पर विकास होता है – जाधव

केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। जाधव ने कहा कि जैसे जब दो समान विचारधारा वाले बैल खेत में शामिल हो जाते हैं। तब खेत बेहतर हो जाता है। वैसे ही सरकार भी है। विकास तब होता है जब केंद्र और राज्य सरकार एक जैसी सोच रखती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर सांसद, हर विभाग पर पैनी नजर है। प्रतापराव जाधव ने माना कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया 400 पार का नारा लोकप्रिय हो गया था। लेकिन हमारे कार्यकर्ता 400 पार के नारे से बेखबर रहे। हालांकि, एक बार फिर हमारे देश को एक अनुशासित प्रधानमंत्री का आशीर्वाद मिला है। उन्होंने विश्वास जताया कि 2029 के बाद लोकसभा में 33 फीसदी महिलाएं हमारे साथ होंगी।

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