जी-20 समिट (G20 Summit) से पहले मनीकंट्रोल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू को देश के टॉप बिजनेस लीडर्स, मार्केट गुरुओं और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स से काफी तारीफ मिल रही है। इंफोसिस (Infosys) और आधार सिस्टम का आइडिया पेश करने वाले नंदन नीलेकणि का कहना है कि इंटरव्यू काफी व्यापक है। वहीं, इंफोसिस के को-फाउंडर और एक्सिलर वेंचर्स (Axilor Ventures) के चेयरमैन कृष गोपालकृष्णन का कहना था कि प्रधानमंत्री इनोवेशन के जरिये इकनॉमी के डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे स्टार्टअप्स को नए प्रॉडक्ट्स बनाने की भी प्रेरणा मिलेगी।
हीरो कॉरपोरेट सर्विसेज के चेयरमैन सुनील मुंजाल ने कहा कि प्रधानमंत्री 'स्टेट्समैन' की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री का यह कहना बिल्कुल सही है कि जी-20 में ग्लोबल साउथ से और भी प्रतिनिधियों की कारगर भूमिका होनी चाहिए। मोदी ने भारत के पक्ष को जोरदार तरीके से पेश किया है। '
डिजिटल कॉमर्स प्लैटफॉर्म ओएनडीसी (ONDC) के एमडी और सीईओ टी कोशी ने कहा कि डिजिटल कॉमर्स को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने जो नजरिया पेश किया है, वह तारीफ के काबिल है। उन्होंने कहा, 'उनका समर्थन इंडस्ट्री को आगे बढ़ाएगा और देश के स्टार्टअप इको-सिस्टम में तेजी से इनोवेशन होगा।'
ENAM ग्रुप के को-फाउंडर वल्लभ भंसाली के मुताबिक, प्रधानमंत्री का यह इंटरव्यू लोगों को देश के बारे में ग्लोबल नजरिये से रूबरू कराता है और इससे यह भी पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी भारत के हितों को लेकर कितने जागरूक हैं। उनका यह भी कहना था कि भारत ने ग्रोथ और रिफॉर्म को लेकर जो फैसले किए हैं, उससे पूरी दुनिया को फायदा मिलेगा।
एक्सिस कैपिटल के ग्लोबल रिसर्च हेड और होल टाइम डायरेक्टर नीलकंठ मिश्रा का कहना था कि जब कोई देश जी-20 समिट की मेजबानी करता है, तो वही इसका एजेंडा भी सेट करता है। उन्होंने कहा, 'इस लेवल पर भारत का नेतृत्व हमें क्रिप्टो एसेट्स के रेगुलेशन और क्लाइमेट फाइनेंसिंग जैसे ग्लोबल मुद्दों पर असर डालने की गुंजाइश प्रदान करता है। ये लॉन्ग टर्म बदलाव निकट भविष्य में हमारी इकनॉमी पर असर डालेंगे।'