Recession in UK: यूरोप की बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक ब्रिटेन में बीते साल जुलाई 2023 से मंदी (Recession in UK) में आ चुका है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 2023 की दूसरी छमाही में मंदी में प्रवेश कर चुका है। तब दिसंबर तक तीन महीनों में इसमें उम्मीद से ज्यादा 0.3% की गिरावट आई और जुलाई और सितंबर के बीच भी इसमें 0.1% की गिरावट आई। ये बुधवार को जारी डेटा से पता चला है। क्या इससे भारत को खतरा है?
यूके में साल 2024 में होने हैं चुनाव
अर्थशास्त्रियों के एक रॉयटर्स सर्वे में अक्टूबर से दिसंबर पीरियड में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 0.1% की छोटी गिरावट की ओर इशारा किया गया था। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि 2024 में अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। हालांकि, इस साल धीमी बढ़ोतरी अभी भी 2024 में होने वाले राष्ट्रीय चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के प्रयासों के लिए एक परेशानी खड़ी कर सकते हैं। यूके में इस साल 2024 में चुनाव होने हैं।
डेटा इस तरफ कर रहे हैं इशारा
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ONS) ने कहा कि नवंबर में 0.2% की बढ़ोतरी के बाद दिसंबर में मासिक आधार पर आर्थिक उत्पादन में 0.1% की गिरावट आई है। रॉयटर्स पोल ने दिसंबर में 0.2% की गिरावट की ओर इशारा किया था। जीडीपी डेटा जारी होने के तुरंत बाद स्टर्लिंग डॉलर और यूरो के मुकाबले मामूली रूप से कमजोर हो गया।
अभी कुछ ही दिन पहले ये भी खबर आई थी कि जापान की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई है। कमजोर प्रदर्शन के कारण जापान ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का खिताब खो दिया है। अब उसकी जगह जर्मनी ने ले ली है।सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछली तिमाही में 3.3% की गिरावट के बाद अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सालाना आधार पर 0.4% की गिरावट आई। जबकि बाजार ने इसमें 1.4% की औसत बढ़त का अनुमान लगाया था।