India vs New Zealand Champions Trophy 2025 final : भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में उतरेगी। रविवार को दोनों टीमें दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। बता दें किचैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारत का लगातार तीसरा आईसीसी वाइट बॉल का फाइनल है। इससे पहले टीम इंडिया 2023 वनडे विश्व कप फाइनल और 2024 टी20 विश्व कप फाइनल में भी पहुंची थी। इस पूरे चैंपियंस ट्रॉफी में एक बात जो आम रही है वह है भारत पर लगे आरोप। वहीं फाइनल से पहले इन आरोपों पर भारत के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खुलकर बात की है।
भारत के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उन लोगों की आलोचना की जो यह कहते हैं कि भारत को "होम एडवांटेज" यानी घरेलू मैदान का फायदा मिलता है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जब भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम के कप्तान और कोच से इस बारे में सवाल किए जाते हैं, तो वह सिर्फ हंस सकते हैं। अश्विन ने उदाहरण देते हुए बताया कि, 2009 चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण अफ्रीका ने अपने सभी मैच एक ही मैदान पर खेले थे, लेकिन वे फाइनल में नहीं पहुंच सके। इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने कोई गलती की, बल्कि यह दर्शाता है कि अच्छा क्रिकेट खेलना ही सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा, "हमें स्वीकार करना चाहिए कि भारत ने शानदार क्रिकेट खेला है और इसी वजह से फाइनल तक पहुंचा है।"
नहीं आ रही अच्छी फिलिंग...
अश्विन ने यह भी याद दिलाया कि, भारत ने दुबई में कोविड के दौरान खेला था और उसके बाद न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका ने भी वहां मुकाबले खेले। उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो पिच को हार का कारण मानते हैं और कहा कि जब कोई टीम भारत में आकर 4-0 से हार जाती है, तो पिच को दोष देना गलत है।
वहीं रविचंद्रन अश्विन ने आगे कहा कि, मुझे अच्छा एहसास नहीं हो रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड की जीत के बाद मुझे लग रहा है कि वे एक बार फिर हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं।'
क्रिकेट जगत में विवाद क्यों?
बता दें कि कुछ पूर्व क्रिकेटरों जैसे नासिर हुसैन और माइकल एथरटन का कहना है कि शेड्यूलिंग भारत के पक्ष में की गई है। उनके अनुसार, भारत को अन्य टीमों की तुलना में कम यात्रा करनी पड़ी, जिससे वे एक ही मैदान की कंडिशन से अच्छी तरह ढल जाते हैं। इन दिग्गजों ने कहा था कि भारत ने दुबई को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम का चयन किया था। वहीं, फाइनल मुकाबले से पहले न्यूजीलैंड के कोच का भी इस मुद्दे पर बयान आया था। उन्होंने कहा, 'कार्यक्रम तैयार करना हमारे हाथ में नहीं है, इसलिए हमें इसको लेकर बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है।