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Paris Olympics 2024: पेरिस पहुंचे भारतीय एथलीट, कम संसाधन में इतिहास रचने की कोशिश, जानें पूरा शेड्यूल

Olympics 2024 Date: पेरिस ओलंपिक में भाग लेने के लिए तीरंदाजी, टेबल टेनिस (टेटे) और हॉकी टीमों सहित कुल 49 भारतीय खिलाड़ी 26 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के लिए पेरिस स्थित खेल गांव में पहुंच चुके हैं। पेरिस ओलंपिक में 70 पुरुषों और 47 महिलाओं सहित 117 खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वे 95 पदकों के लिए 69 स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इन खिलाड़ियों के साथ भारतीय दल में 140 सहयोगी स्टाफ भी है

Akhileshअपडेटेड Jul 24, 2024 पर 11:21 AM
Paris Olympics 2024: पेरिस पहुंचे भारतीय एथलीट, कम संसाधन में इतिहास रचने की कोशिश, जानें पूरा शेड्यूल
Paris Olympics 2024: ओलंपिक के मैदान में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में वर्चस्व की होड़ रहेगी

Paris Olympics 2024: फैशन की राजधानी माने जाने वाले पेरिस में खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में दुनिया भर के 10,500 से अधिक खिलाड़ी जब इस सप्ताह से पदकों के लिए जोर आजमाइश करेंगे तो 100 साल बाद पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेल हर मायने में अनूठे, अपारंपरिक और अप्रतिम होंगे। पेरिस ओलंपिक में भाग लेने के लिए तीरंदाजी, टेबल टेनिस (टेटे) और हॉकी टीमों सहित भारतीय खिलाड़ी भी 26 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के लिए खेल गांव में पहुंच चुके हैं।

एक ओर एफिल टावर जैसी शहर की कई मशहूर जगहों के इर्द गिर्द तस्वीरें खिंचवाने की होड़ मची दिखेगी। तो मैदान पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में वर्चस्व की होड़ रहेगी। पेरिस ने ठीक 100 साल पहले अपने पिछले ओलंपिक की मेजबानी की थी। उस समय उसका वैश्विक खेल आयोजित करने का विचार काफी हद तक शांति को बढ़ावा देने और दुनिया को एकजुट करने का था। सौ साल के बाद भी यह विचार कमोबेश कायम है लेकिन अब खेलों में उत्कृष्टता का महत्व अधिक हो गया है।

खेलों को अब दुनिया में 'सॉफ्ट पावर' की तरह माना जाता है और जिस पर देश गर्व करना और दिखावा करना पसंद करते हैं। पेरिस में 1924 में हुए खेलों में 44 देशों के 3000 से कुछ अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा की थी। लेकिन अब रोशनी का यह शहर लगभग 10500 खिलाड़ियों की मेजबानी के लिए तैयार है।

आम तौर पर ओलंपिक जैसे आयोजन के लिए नए खेल स्थलों का निर्माण होता है लेकिन पेरिस इस मामले में अनूठा है। क्योंकि यह शहर खुद ही आयोजन स्थल बन गया है। इन खेलों का 95 प्रतिशत आयोजन पुराने या अस्थायी स्थल पर होगा। इन खेलों के लिए नए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर पैसा खर्च करने के बजाय, बजट का उपयोग मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और शहर की प्रसिद्ध जगहों के आसपास अस्थायी स्थल का निर्माण करने के लिए किया गया जो प्रभावशाली पृष्ठभूमि के रूप में काम करेंगे।

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