तो इसलिए विनेश फोगाट को नहीं मिला सिल्वर मेडल, CAS ने 24 पेज के आदेश में खुल कर बताया कारण

विनेश को महिला फ्री स्टाइल कुश्ती के 50 kg कैटेगरी के फाइनल मैच से तब बाहर कर दिया गया, जब उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला। उन्होंने महिलाओं की 50 Kg फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में निष्पक्ष रूप से पहुंचने के आधार पर ज्वाइंट सिल्वर मेडल के लिए CAS से अपील की थी। CAS भी उनकी अपील पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया था

अपडेटेड Aug 21, 2024 पर 1:47 PM
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तो इसलिए विनेश फोगाट को नहीं मिला सिल्वर मेडल, CAS ने 24 पेज के आदेश में खुल कर बताया कारण

विनेश फोगाट की याचिका खारिज करने के पांच दिन बाद, कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने सोमवार को अपना फैसला बताते हुए 24 पेज की लंबा चौड़ा आदेश जारी किया। पेरिस में सीएएस के एड हॉक डिवीजन में विनेश की अपील सुनने वाली सोल आर्बिट्रेटर एनाबेले बेनेट ने ये माना कि दूसरे वेट-इन के नतीजे गलते हो सकते हैं, लेकिन उन्हें यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के मौजूदा नियमों के अनुसार ही अयोग्यत ठहराय गया है। इस मामले में विनेश आवेदक थीं, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) एक इच्छुक पार्टी थी, जबकि UWW और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) इस मामले में प्रतिवादी थे।

विनेश को महिला फ्री स्टाइल कुश्ती के 50 kg कैटेगरी के फाइनल मैच से तब बाहर कर दिया गया, जब उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला।

उन्होंने महिलाओं की 50 Kg फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में निष्पक्ष रूप से पहुंचने के आधार पर ज्वाइंट सिल्वर मेडल के लिए CAS से अपील की थी। CAS भी उनकी अपील पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया था।


याचिका में विनेश और IOA ने कई तर्क दिए, जैसे मुकाबलों के बीच कम समय, 'अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट' में UWW की ओर से 2Kg की छूट, मासिक धर्म से पहले का चरण, वजन मापने की मशीन के साथ समस्या और भी बहुत कुछ।

अब सवाल उठता है कि इतने तर्कों के बाद भी CAS ने विनेश के पहले दिन के नतीजों पर विचार क्यों नहीं किया और उन्हें ज्वाइंट सिल्वर मेडल क्यों नहीं दिया?

तीन मुश्किल मुकाबले और मासिक धर्म से पहले का चरण

विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने 6 अगस्त को तीन मुकाबलों में लड़ीं और उन्हें अपनी हेल्थ के लिए खाने-पीने की जरूरत थी। इसके अलावा "मुकाबलों के बीच कम समय" था, और आयोजन स्थल और खेल गांव के बीच की दूरी के कारण विनेश को "अगली सुबह दूसरे वेट-इन से पहले वजन कम करने की प्रक्रिया के लिए" बहुत कम समय मिला।

इसके अलावा, IOA ने "8 अगस्त 2024" का एक मेडिकल सर्टिफिकेट भी पेश किया, जिसमें कहा गया कि विनेश को मासिक धर्म होने वाले थे और मासिक धर्म के दौरान शरीर के वजन में बदलाव को लेकर मेडिकल रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया।

IOA ने दलील दी, "वेट-इन के दूसरे दिन ये तय करते समय कि खिलाड़ी खेलने योग्य है या नहीं, उसके पुरुषों और महिला पहलवानों के बायोलॉजिकल अंतर, खासतौर से महिलाओं के मासिक धर्म को ध्यान में रखा जाना चाहिए।"

इस पर CAS ने कहा, "मेंसुरेशन साइकिल के असर को लेकर जो सबूत दिए गए हैं, उससे ये साबित नहीं होता कि पहले वेट-इन और दूसरे वेट-इन के बीच अंतर है।

हालांकि, यह मामला हो सकता है कि एथलीट ने कुछ सूजन और शरीर में कुछ महसूस किया हो, यह अनिश्चित है और रही बात मेंसुरेशन साइकिल के दौरान होने वाली समस्या की, तो ये उम्मीद की जाएगी कि यह एक ऐसा फैक्टर होगा, जिसे यह सुनिश्चित करने के लिए कम किया जाएगा कि एथलीट वेट लिमिट से नीचे रहे।"

इसने आगे कहा, "इस मामले में वजन और कैटेगरी के संबंध में पुरुष और महिला एथलीटों के शरीर में अंतर के अलग-अलग नतीजों का भी कोई सबूत नहीं है। आम तौर पर वेट कैटेगरी को चुनौती नहीं दी जाती है। ऐसे किसी भी मतभेद के असर, और ऐसे प्रभावों को कम करने के कदम, काल्पनिक हैं और ऐसे कोई सबूत भी नहीं हैं और इस आवेदन के लिए उन पर विचार नहीं किया जा सकता है।"

वजन मापने की मशीन खराब

IOA ने दावा किया कि वजन मापने वाली मशीन "खाली होने पर भी 50 ग्राम वजन दिखाती है।"

CAS ने कहा, "भले ही ये इश्यू था, लेकिन ये इस समस्या का कारण नहीं है कि एथलीट का वजन तय सीमा से ज्यादा था। इसके अलावा, UWW का सबूत है कि पेरिस 2024 आयोजन समिति के अधिकारियों ने वेट-इन से ठीक पहले सभी पैमानों को कैलिब्रेट किया था, वो भी डेली बेसिस पर।"

अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए 2Kg की छूट

फैसले के अनुसार, "वर्ल्ड कप, UWW रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट और इंटरनेशनल टूर्नामेंट (UWW रैंकिंग इवेंट को छोड़कर) के लिए 2 किलो वजन की छूट है।"

विनेश दूसरे बार वेट करने के दौरान ज्यादा वजन पाया गया, CAS ने अपने फैसले में साफ-साफ कहा, अनुच्छेद 8, जो 2 kg वजन की छूट देता है, वो 'इंटरनेशनल कंपटीशन' में लागू नहीं होता, बल्कि 'इंटरनेशनल टूर्नामेंटों' के लिए।

ये शब्द "UWW रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट" को मुताबिक ही है। ये साफ है कि "कंपटीशन" और "टूर्नामेंट" के बीच अंतर होता है। UWW वेबसाइट अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों और उन आयोजनों के लिए एक कैलेंडर जारी करती है। हालांकि, इसमें ओलंपिक खेल शामिल नहीं हैं, उनकी एक अलग पहचान है।" इसमें कहा गया है, "अनुच्छेद 8 में ही कहा गया है कि "दूसरे वेट-इन के लिए ज्यादा वजन में छूट नहीं दी जाएगी।"

विनेश को पहले दिन मैच जीतने पर क्यों नहीं मिला सिल्वर?

विनेश ने CAS से अपील की थी कि "उसे दूसरे वेट-इन में फेल होने से पहले मिले अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, जिसके लिए वह पात्र थी। इसके चलते वह सिल्वर मेडल और सभी रैंकिंग और स्कोर और अंक की हकदार हैं, जिसके लिए वह "योग्य उम्मीदवार" थीं।

CAS कहा कि खिलाड़ियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने वजन की सीमा के अंदर रहें और इस तरह के मामले में किसी भी परिस्थिति में कोई अपवाद नहीं दिया जा सकता है।

इसके मुताबिक, "खिलाड़ी के लिए समस्या यह है कि वजन सीमा के संबंध में नियम साफ हैं और सभी प्रतिभागियों के लिए बराबर हैं। इसके लिए (अपर लिमिट) कोई छूट प्रदान नहीं की गई है। यह साफतौर से खिलाड़ी की जिम्मेदारी है कि वह उस सीमा से नीचे रहे।"

उन्होंने कहा, "इसमें कोई विवाद नहीं है कि आवेदक का वजन लिमिट से ज्यादा था। उनका मामला यह है कि उसका वजन मात्र 100 ग्राम ज्यादा था और इसकी छूट मिलनी चाहिये, क्योंकि ऐसा पानी पीने और विशेष रूप से मासिक धर्म से पहले के चरण के दौरान हो जाता है।’

MoneyControl News

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First Published: Aug 21, 2024 1:38 PM

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