Vinesh Phogat: पेरिस ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन कर भारत का नाम विश्व स्तर पर चमकाने वाली पहलवान विनेश फोगट कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। विनेश भारत की सबसे सफल पहलवानों में से एक हैं। वह पेरिस ओलिंपिक मे़डल जीतने के बेहद करीब पहुंच गई थीं। लेकिन अयोग्यता के कारण यह पदक नहीं जीत पाईं। सिल्वर मेडल पक्का होने के बावजूद ओलिंपिक में पदक न जीत पाना किसी भी एथलीट के लिए निश्चित रूप से दिल तोड़ने वाला होता है। हालांकि, भारत की स्टार पहलवान के प्रति उनके समर्थकों के स्नेह में कोई कमी नहीं आई है। ओलिंपिक में 50 किग्रा फाइनल में पहुंचने के बाद अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित की गईं विनेश का दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।
इस बीच विनेश से जुड़ी कई फर्जी खबरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें पेरिस में उनके प्रयासों के लिए ओलिंपियन को दिए जाने वाले कैश पुरस्कार की लंबी लिस्ट भी शामिल है। विनेश फोगाट को लेकर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें इस भारतीय रेसलर को इनामी राशि के तौर पर विभिन्न संगठनों से करीब 16 करोड़ रुपये से अधिक मिलने का दावा किया जा रहा है। बता दें कि हरियाणा सरकार पहले ही कह चुकी है विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा।
पति ने खबरों को बताया 'फेक'
विनेश के पति सोमवीर राठी ने ऐसी ही एक पोस्ट देखी, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने एक फोटो रीपोस्ट की, जिसमें विनेश को अलग-अलग व्यापारियों और संगठनों से मिली कथित पुरस्कार राशि का डिटेल्स था। हालांकि सोमवीर राठी ने इन खबरों को फर्जी करार दिया है।
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, "निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभचिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही। सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।"
विनेश के जीवन में सोमवीर का अहम योगदान
बता दें कि सोमवीर (Somvir Rathee) खुद पहलवान हैं। उन्होंने दिसंबर 2018 में विनेश के साथ शादी की थी। वह एक दशक से अधिक समय से उनके सबसे बड़े समर्थक हैं। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के फैसले के बाद विनेश ने अपने तीन पन्नों के बयान में कुश्ती के अपने सफर में सोमवीर की अहम भूमिका का भी जिक्र किया।
उन्होंने लिखा, "सोमवीर ने अपने साथी के रूप में मेरे जीवन में हर जगह जगह बनाई है। हर भूमिका में मेरा साथ दिया है। हम चुनौतियों का सामना करने पर बराबर के भागीदार थे, क्योंकि उन्होंने हर कदम पर त्याग किया और मेरी मुश्किलों को झेला, हमेशा मेरा साथ दिया।"
भोगाट ने आगे कहा, "उन्होंने मेरी यात्रा को अपने से ऊपर रखा और पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ अपना साथ दिया। अगर वह न होते, तो मैं यहां होने, अपनी लड़ाई जारी रखने और हर दिन का डटकर सामना करने की कल्पना भी नहीं कर सकती थी। यह केवल इसलिए संभव है क्योंकि मुझे पता है कि वह मेरे साथ, मेरे पीछे और जब जरूरत होती है तो मेरे सामने खड़े होते हैं, हमेशा मेरी रक्षा करते हैं।"