Longest Train Journey: वैसे तो ट्रेन नेटवर्क भारत के लोगों के साथ-साथ विदेशी लोगों का भी एक अच्छा सफर तय करने वाला मनोरंजक साधन रहा है। लेकिन, क्या आपको पता है ट्रेन की दुनिया में कई लंबे सफर ऐसे हैं, जो आपके लिए यादगार हो सकते हैं। क्या आप जानते हैं दुनिया का सबसे लंबा रेल सफर कहां होता है और यह कितने दिनों में पूरा होता है? अगर आप यह सोच रहे हैं कि दुनिया की सबसे लंबी रेल यात्रा 2-4 दिन में पूरी हो जाती है, तो आप गलत सोच रहे हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन किस देश में है।
आप एक ही ट्रेन से तीन देशों की यात्रा कर सकते हैं। शायद आपको यकीन न हो, लेकिन यह संभव है। दुनिया में एक ऐसी ट्रेन है, जो आपको एक साथ तीन देशों की यात्रा कर सकते हैं। इस सिंगल ट्रेन से हजारों किमी की दूरी तय कर सकते हैं।
पूरी दुनिया में ट्रांस साइबेरियन एक्सप्रेस ट्रेन मशहूर है। यह ट्रेन 10214 किमी की दूरी तय करती है। यह मास्को से लेकर व्लादिवोस्तोक (Vladivostok) तक जाती है। यह दुनिया की पहली ट्रेन है, जो इतना लंबा सफर तय करती है। तीन देशों की यात्रा करने में इस ट्रेन को 7 दिन, 20 घंटे और 25 मिनट का समय लगता है। इस लंबे रूट पर चलने वाली ट्रेन 16 प्रमुख नदियों को पार करती है। 86 शहरों से गुजरती है। पूरे सप्ताह का यह सफर यात्रियों के धैर्य का जहां पूरा इम्तिहान लेता है, वहीं यह खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का दीदार भी उन्हें कराता है।
ट्रांस-साइबेरियन रेलवे की शुरुआत 1916 में में हुई थी। ट्रांस-साइबेरियन रेलवे यात्रियों को मास्को से रूस के ही व्लादिवोस्तोक तक की यात्रा की जाती है। यह रूट दुनिया का दूसरा सबसे लंबा रेल रूट है। इस रूट पर चलने वाली ट्रेन पहाड़ों और जंगलों से होकर गुजरती है। साइबेरिया की आबादी बढ़ाने में और वहां के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग का बहुत बड़ा हाथ रहा है।
यह ट्रेन दुनिया के तीन देश व्लादिवोस्तोक, उलानबातर और बीजिंग से होकर गुजरती है। इसके रास्ते में कुल 18 स्टेशन पड़ते हैं। हर ट्रेन की तरह आपको पहले ही तय करना होगा कि आपको कहां उतरना है। रूट के हिसाब से यहां वीजा तय होता है। मान लीजिए की आप रूस से यात्रा शुरू करने जा रहे हैं और आपका डेस्टिनेशन चीन है, तो आपको रूस और चीन के लिए वीजा खरीदना होगा। इसके अलावा आप टिकट मॉस्को के रेलवे स्टेशन या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।