Russia Attacks Ukraine: यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय नागरिकों और उनके परिवारों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए विशेष उड़ानों (Evacuation Flights) की व्यवस्था करेगी और उसका पूरा खर्च और लागत सरकार ही उठाएगी करेगी।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, मोदी सरकार ने युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। एयर इंडिया यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को बुखारेस्ट के रास्ते एयरलिफ्ट करने के लिए शनिवार को तड़के दो बजे दो उड़ानें भेज रही है।
भारतीय निकासी दल रोमानियाई सीमाओं पर पहुंच गए हैं, जो यूक्रेन की राजधानी कीव से लगभग 12 घंटे की ड्राइव पर है। नागरिक उड़ानों के लिए एयर स्पेस बंद होने के साथ, भारतीय नागरिक सुरक्षित स्वदेश लौटने के लिए बुखारेस्ट में उड़ानों में सवार होंगे।
PTI के मुताबिक, यूक्रेन ने रूसी सैन्य हमले के बाद अपने एयर स्पेस को बंद कर दिया है, जिसके बाद भारत रोमानिया, हंगरी, स्लोवाक गणराज्य और पोलैंड की थल सीमा के जरिए यूक्रेन से लगभग 16,000 भारतीयों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इसके अलावा यूक्रेन में रूस की सीमा से लगते सूमी शहर पर रूसी सैनिकों के कब्जे के बाद कम से कम 400 भारतीय छात्रों ने एक तहखाने में शरण ली है और भारत सरकार से उन्हें निकालने की अपील की है।
इनमें ज्यादातर सूमी स्टेट मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं। उन्होंने कहा कि बाहर गोलियों की आवाजें सुनाई देने के कारण उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है।
छात्र ललित कुमार ने PTI से कहा, "इस वक्त हम अपने हॉस्टल के तहखाने में छिपे हुए हैं और हमें नहीं पता कि यहां हम कब तक सुरक्षित रह पाएंगे। हम भारत सरकार से हमें यूक्रेन के पूर्वी इलाके से सुरक्षित निकालने की अपील करते हैं।"
उन्होंने कहा, "अपने आप यात्रा करना संभव नहीं है। यहां मार्शल लॉ लागू है, जिसका मतलब है कि कोई बाहर नहीं जा सकता, कार, बस और निजी वाहन नहीं निकल सकते। एटीएम और सुपर मार्केट भी बंद हैं।"