केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 18 साल पहले ट्रिपल मर्डर के आरोप में सेना दो पूर्व जवानों को गिरफ्तार किया है। सेना के एक जवान ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अविवाहित मां बनी अपनी प्रेमिका और उसके दो नवजात जुड़वा बेटियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों आरोपी फरार हो गए और नई पहचान के साथ सालों तक छिपे रहे। आरोपियों ने अपना नाम, पता और ठिकाना भी बदल लिया था। सीबीआई की टीम दोनों की तलाश करती रही। मुखबिर की सूचना के बाद सीबीआई ने आरोपियों को पुडुचेरी से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने दी जानकारी में बताया कि आंचल के निवासी दिविल कुमार और कन्नूर के पूर्व सैनिक राजेश को पुडुचेरी से गिरफ्तार किया गया है। दोनों को शनिवार को कोच्चि की एक अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
10 फरवीर 2006 को हुई थी घटना
मामला 10 फरवरी, 2006 को आंचल में रंजिनी (तब 24 वर्ष) और उसकी जुड़वां बेटियों की कथित हत्या से जुड़ा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, रंजिनी और दिविल कुमार के बीच प्रेम संबंध थे। रंजिनी गर्भवती हो गई और उसने दो जुड़वा बेटियों को जन्म दिया। अविवाहित मां बनने के बाद दिविल ने अपने दोस्त राजेश के साथ मिलकर रंजिनी और दोनों जुड़वा बेटियों की हत्या कर दी। उस समय जुड़वा बेटियों की उम्र 17 दिन थी। केरल पुलिस और सीबीआई ने पहले की जांच के दौरान आरोपियों की पहचान की थी। हालांकि, दोनों अब तक गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहे। 2008 में, पीड़ित परिवार की याचिका के बाद सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया। बच्चियों का पिता भारतीय सेना की 45 एडी रेजिमेंट में काम करने वाला डिबिल कुमार बी. है, जो पठानकोट में तैनात था।
पैटरनिटी टेस्ट से बचने के लिए कर दी हत्या
24 जनवरी 2006 को रंजिनी ने दो जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया। अविवाहित मां बनने के बाद रंजिनी ने शादी की बात की तो डिविल मुकर गया। अपनी बच्चियों को पिता का नाम देने के लिए रंजिनी ने केरल राज्य महिला आयोग में दस्तक दी। आयोग ने डिविल कुमार पी. के पैटरनिटी टेस्ट यानी पितृत्व परीक्षण कराने का आदेश दिया। पितृत्व परीक्षण से बचने के लिए आरोपी डिविल कुमार ने रंजिनी और दोनों बच्चियों की हत्या की प्लानिंग की।
आर्मीमैन के दोस्त ने दिया था हत्या में साथ
सीबीआई के मुताबिक, उसने इस मर्डर केस में अपने साथ काम करने वाले सैन्यकर्मी राजेश पी. को शामिल किया। 33 साल का राजेश भी उसी रेजिमेंट में तैनात था। जहां डिविल काम करता था। प्लान के मुताबिक, राजेश ने रंजिनी और उसकी मां से दोस्ती कर ली। उसने दोनों को भरोसा दिलाया कि वह डिविल को शादी के लिए राजी कर लेगा। इसके बाद वह लगातार रंजिनी के घर पर आने-जाने लगा। 10 फरवरी को जब रंजिनी की मां घर में नहीं थी, तब राजेश और डिविल ने मिलकर रंजिनी और उसकी दोनों जुड़वा बेटियों की हत्या कर दी।