भारत की सेमी हाई स्पीड ट्रेन (Semi High Speed Train) वंदे भारत एक्सप्रेस इस समय भारतीय रेल की शान है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) की कोशिश है कि इस ट्रेन को हर राज्य में चलाया जाए। वहीं इस ट्रेन में मिलने वाले खाने को लेकर यात्रियों में संदेह की स्थिति बनी हुई है। खानपान को लेकर यात्रियों को ओर से शिकायतें आती रहती हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर वंदे भारत ट्रेन में खान पान का क्या नियम है, कब नाश्ता मिलेगा और कब लंच और डिनर मिलता है?
दरअसल, टिकट बुकिंग के समय खानपान के विकल्प में सिर्फ वेज, नानवेज या नो फूड का ही विकल्प दिखाई देता है। इसमें लंच नाश्ते का कोई टाइम नहीं लिखा होता है। लेकिन सफर के दौरान अगर भोजन का विकल्प आने चुना है तो इतना तय है कि लंच और नाश्ता जरूर मिलेगा।
वंदे भारत में कब मिलेगा नाश्ता और भोजन?
वंदे भारत में कम दूरी का सफर करने वाले यात्रियों को काफी भ्रम की स्थिति बनी रहती है। आमतौर यात्री कम दूरी के सफर में भी नाश्ते और लंच या डिनर की उम्मीद करते हैं। जिससे कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। इस बीच मध्य रेल मुंबई के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्निल नीला का कहना है कि सफर के दौरान नाश्ते के समय नाश्ता मिलता है और भोजन के टाइम लंच या डिनर मुहैया कराया जाता है। नीला ने बताया कि जैसे मुंबई से सोलापुर जाने वाली वंदे भारत ट्रेन में कल्याण के बाद नाश्ता मिलना शुरू हो जाता है। वहीं पुणे के बाद भोजन का समय हो जाता है। इस बीच अगर किसी का नाश्ते के समय सफर खत्म हो रहा है तो उसे भोजन मिलना मुश्किल है।
यात्रियों को खानपान में क्या मिलता है?
सुबह चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में आमतौर पर चाय के अलावा शाकाहारी नाश्ते में पोहा, उपमा, आलू बड़ा, बिस्किट, जूस जैसी तमाम चीजें मुहैया कराई जाती हैं। शाकाहारी नाश्ते में आमलेट, बिस्किट, ब्रेड बटर, काफी आदि दी जाएगी। शाम को चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में राते के शाकाहारी खाने में सादी सब्जी, पनीर सब्जी, पराठा, रोटी, दाल, चावल, दही, एक मिठाई आदि। मांशाहारी खाने में चिकन कोलापुरी, चिकन मसाला, कड़ाई चिकन, रोटी, दाल, चावल आदि मिलता है।