आजकल के बच्चे सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि जुगाड़ में भी उस्ताद हैं! जब फेल होने का खतरा सिर पर मंडराता है, तो कुछ बच्चे मार्कशीट छुपा लेते हैं, तो कुछ बहाने बनाकर माता-पिता को चकमा दे देते हैं। लेकिन एक छात्र ने ऐसा दिमाग लगाया कि सीधे अपनी किस्मत ही बदल डाली। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक छात्र अपने परीक्षा के नंबरों में गजब की कलाकारी करता नजर आ रहा है। कम अंकों को जादू की तरह बढ़ाकर उसने खुद को फेल से पास बना लिया। इस जुगाड़ को देखकर लोग हैरान भी हैं और हंस भी रहे हैं।
कोई कह रहा है कि "इतना दिमाग पढ़ाई में लगाया होता, तो टॉप कर जाता!" तो कोई इसे फेक बता रहा है। लेकिन सच चाहे जो भी हो, इस वीडियो ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है।
जब 13 नंबर को 48 बना दिया
इंस्टाग्राम अकाउंट @condsty पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक छात्र परीक्षा के कम नंबरों को जादू की तरह बदलते नजर आ रहा है। उसे सिर्फ 13 अंक मिले थे, यानी वो साफ तौर पर फेल था। लेकिन उसने ऐसा दिमाग लगाया कि देखते ही देखते 13 को 48 में बदल दिया और ‘फेल’ को ‘पास’ बना दिया।
वीडियो में दिख रहा है कि छात्र ने लाल स्याही वाले पेन का इस्तेमाल कर बेहद चालाकी से अपने नंबर एडिट कर लिए। उसने 13 अंकों को जादुई तरीके से बदलकर 48 बना दिया और ‘Fail’ को बड़ी सफाई से ‘Pass’ में तब्दील कर दिया। बदलाव इतने महीन और परफेक्ट तरीके से किए गए कि पहली नजर में किसी को शक भी न हो! अगर ध्यान से न देखा जाए, तो कोई सोच भी नहीं सकता कि यह नंबर पहले कुछ और थे। इस क्रिएटिव जुगाड़ को देखकर लोग दंग रह गए हैं।
असली या नकली? वीडियो पर उठे सवाल
इस वायरल वीडियो को देखकर कुछ लोग इसे महज मजाक मान रहे हैं, जबकि कुछ ने इसके फेक होने की संभावना जताई है।
भाषा का गड़बड़ घोटाला: उत्तर पुस्तिका में बाकी के शब्द जर्मन भाषा में लिखे हैं, जबकि "Fail" अंग्रेजी में लिखा है। अगर ये जर्मनी का पेपर है, तो शिक्षक ने अंग्रेजी में क्यों लिखा?
स्कूल का कंफ्यूजन: हो सकता है कि ये किसी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल की उत्तर पुस्तिका हो, जहां जर्मन एक विषय के रूप में पढ़ाया जाता हो।
सोशल मीडिया पर मजेदार कमेंट्स की बौछार
इस वीडियो पर लाखों व्यूज आ चुके हैं और लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
"भाई, जब नंबर बदल ही लिए थे, तो 60-70 कर लेता!"
"अगर इतनी मेहनत पढ़ाई में लगाता, तो शायद सच में पास हो जाता!"
"70 में 78 नहीं कर सकता था, वरना वह भी कर देता!"
मनोरंजन के लिए देखें, प्रेरणा न लें
यह वीडियो सिर्फ मनोरंजन के लिए है और इसका मकसद छात्रों को गलत तरीके अपनाने की सीख देना नहीं है। ये वीडियो असली हो या नकली, लेकिन इतना जरूर दिखाता है कि आजकल के बच्चों का दिमाग किसी वैज्ञानिक से कम नहीं।