Udaipur Murder: कन्हैया लाल के दोनों बेटों को मिली सरकारी नौकरी, सरकार को बदलना पड़ा नियम

Udaipur Murder: कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कन्हैयालाल के बेटे यश और तरूण कुमार को सरकारी नौकरी देने का रास्ता साफ हो गया है

अपडेटेड Jul 07, 2022 पर 10:32 AM
Story continues below Advertisement
कन्हैयालाल के बेटे यश तेली और तरूण तेली को सरकारी नौकरी देने के लिए नियमों में बदलाव किए गए हैं।

Udaipur Murder: उदयपुर (Udaipur) में मारे गए कन्हैया लाल (Kanhaiya lal) के दोनों बेटों को गहलोत सरकार ने सरकारी नौकरी दे दी है। इसके लिए उन्हें नियमों में बदलाव भी करना पड़ा। इस मामले में कैबिनेट में प्रस्ताव लाया गया, जिसे मंजूरी मिलने के बाद नौकरी का रास्ता साफ हो गया। हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया कि उनके दोनों बेटों को किस विभाग में नौकरी दी गई है।

बता दें कि उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की उनकी दुकान में 28 जून को गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 30 जून को राज्य के सीएम अशोक गहलोत उनके परिवार से मिलने पहुंचे थे। तब राज्य सरकार की ओर से परिवार को 51 लाख रुपये का चेक दिया गया था। उन्होंने दोनों बेटों को नौकरी देने की बात भी कही थी।

कन्हैया लाल ने BJP से बर्खास्त नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था। जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मंत्रिमंडल ने संवेदनशील निर्णय लेत हुए उदयपुर की आतंकी घटना में मृतक कन्हैयालल तेली के पुत्र यश तेली और तरुण तेली को सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया गया है। नियुक्ति के नियमों में ढिलाई दी गई है। यह नियुक्ति राजस्थान अधीनस्थ लिपिकवर्गीय सेवा (संशोधन) (Rajasthan Subordinate Office Clerk Service (Amendment) नियम 2008 और 2006 के नियम 6 C के तहत दी गई है। सीएम गहलोत ने कहा कि परिवार में कन्हैयालाल ही कमाने वाले थे। इसलिए राज्य सरकार ने परिवार की सहायता करने का फैसला किया है।

Indian Railway Alert: रेलवे स्टेशन जाने से पहले चेक कर लें अपनी ट्रेन का स्टेटस, कहीं आज आपकी ट्रेन तो नहीं हुई कैंसिल?


जानिए क्या है पूरा मामला

उदयपुर में 28 जून को कन्हैया लाल की दुकान में दिनदहाड़े गला काटकर हत्या कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से राजस्थान समेत पूरे भारत में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं। कन्हैया लाल ने BJP की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था। जिसके बाद उनकी हत्या की गई। बता दें कि कन्हैया लाल को नूपुर शर्मा के समर्थन के पोस्ट करने पर गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 15 जून को जमानत पर छोड़ दिया गया था।

कन्हैया लाल ने पुलिस को बताया की उसे अब धमकी भरे फोन कॉल आ रहे हैं। घटना के दोनों आरोपी कन्हैया लाल की दुकान में कपड़े का नाप देने के बहाने गए, इसी समय दूसरा आरोपी चुपके से वीडियो बनाने लगा। नाप लेने के बाद ही हत्यारों ने कन्हैया लाल पर हथियार से वार कर दिया और कन्हैया लाल की हत्या कर दी।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।