Credit Cards

Uttarkashi Avalanche: हिमस्खलन में 10 लोगों की मौत, द्रौपदी का डांडा चोटी पर फंसे थे 29 ट्रैकर्स, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Uttarkashi Avalanche: उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि आठ पर्वतारोहियों को उनकी टीम के सदस्यों ने बचा लिया और बाकी को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी हैं

अपडेटेड Oct 04, 2022 पर 4:55 PM
Story continues below Advertisement
उत्तरकाशी में हिमस्खलन में 10 ट्रैकर्स की मौत (FILE PIC)

Uttarkashi Avalanche: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में द्रौपदी का डांडा चोटी (Draupadi Danda peak) पर हिमस्खलन (Avalance) में मंगलवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 10 पर्वतारोहियों की मौत हो गई है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के प्रिंसिपल अमित बिष्ट ने ये जानकारी दी है।

अमित बिष्ट ने बताया कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के 34 ट्रेनी पर्वतारोहियों और सात ट्रेनर्स की एक टीम लौटते समय हिमस्खलन में फंस गई। उन्होंने कहा कि 10 शव देखे गए, जिनमें से चार को बरामद कर लिया गया है। हिमस्खलन सुबह 8.45 बजे हुआ।

ANI के मुताबिक, उत्तराखंड SRDF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि द्रौपदी की डंडा-2 पर्वत चोटी पर लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। इसके बावजूद, NIM पर्वतारोहण ट्रेनर्स को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के रिए रेकी की कोशिश जारी हैं।


हालांकि, उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमस्खलन में फंसे लोगों में से 2 लोगों की मौत की सूचना मिली है। उन्होंने कहा, "6 लोगों को रेस्क्यू भी किया है। जिला प्रशासन, NDRF, SDRF और सेना की मदद के लिए भी आग्रह किया था। सभी बचाव के कार्य में लगे हैं। भगवान से कामना करते हैं कि सभी लोग सुरक्षित लौटें।"

अधिकारियों ने बताया था कि हिमस्खलन में 29 पर्वतारोही फंस गए हैं। उन्हें बचाने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

Himachal Pradesh: PM मोदी के दौरे को कवर करने के लिए सभी पत्रकारों का स्वागत, 'चरित्र प्रमाणपत्र' विवाद के बाद DGP ने दी सफाई

इससे पहले उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि आठ पर्वतारोहियों को उनकी टीम के सदस्यों ने बचा लिया और बाकी को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी हैं। उन्होंने कहा कि टीम में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के प्रशिक्षु पर्वतारोही और उनके प्रशिक्षक शामिल हैं।

जानकारी मिलते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की भी मदद मांगी थी। धामी ने एक ट्वीट करके कहा कि नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF), स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों की एक टीम पहले ही बचाव अभियान शुरू कर चुकी है।

मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात भी की और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद मांगी। द्रौपदी का डांडा 5,006 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

घटना पर दुख जताते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और स्थिति का आकलन किया। उन्होंने ट्वीट किया, "मैंने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। मैं सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।"

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा ट्वीट कर कहा, "उत्तरकाशी में हुई हिमस्खलन की घटना अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, ITBP व सेना की टीमें पूरी तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं।"

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।