Capillary Technologies का आईपीओ 14 नवंबर को खुलेगा, जानिए इश्यू की खास बातें

Capillary Technologies India एक SaaS फर्म है। SaaS फर्म का मतलब ऐसी आईटी कंपनी से है, जो क्लाइंट्स को बतौर सर्विस सॉफ्टवेयर ऑफर करती है। इसका मतलब है कि SaaS कंपनी के प्रोडक्ट्स क्लाउड आधारित होते हैं। क्लाइंट्स इंटरनेट के जरिए प्रोडक्ट को एक्सेस कर सकते हैं

अपडेटेड Nov 08, 2025 पर 8:14 PM
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एंकर इनवेस्टर्स के लिए यह आईपीओ 13 नवंबर को ओपन होगा। इस आईपीओ में 18 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है।

कैपिलरी टेक्नोलॉजीज का आईपीओ 14 नवंबर को खुलेगा। यह बेंगलुरु की आईटी कंपनी है, जो सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) सेवाएं देती है। कंपनी ने 7 नवंबर को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (आरएचपी) फाइल किया। एंकर इनवेस्टर्स के लिए यह आईपीओ 13 नवंबर को ओपन होगा। इस आईपीओ में 18 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है। 21 नवंबर को कंपनी के शेयरों के बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो जाने की उम्मीद है।

कंपनी 345 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर इश्यू करेगी

Capillary Technologies India एक SaaS फर्म है। SaaS फर्म का मतलब ऐसी आईटी कंपनी से है, जो क्लाइंट्स को बतौर सर्विस सॉफ्टवेयर ऑफर करती है। इसका मतलब है कि SaaS कंपनी के प्रोडक्ट्स क्लाउड आधारित होते हैं। क्लाइंट्स इंटरनेट के जरिए प्रोडक्ट को एक्सेस कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें फीस चुकानी होती है। आम तौर पर यह मॉडल सब्सक्रिप्शन आधारित होता है। कंपनी इस इश्यू में 345 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर इश्यू करेगी। इस इश्यू में ऑफर फॉर सेल (OFS) भी होगा। इसके तहत पेरेंट कंपनी Capillary Technologies International और Trudy Holdings 92.28 लाख शेयर बेचेंगे।


कैपिलरी टेक्नोलॉजीज इंडिया में प्रमोटर्स की 67.18% हिस्सेदारी

कंपनी ने अपने आईपीओ का साइज घटाया है। इस साल जून में फाइल डीआरएचपी के मुताबिक, उसका प्लान आईपीओ में 430 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी करने का था। ऑफर फॉर सेल के तहत 1.83 करोड़ शेयर बेचने का प्लान था। इस साल सितंबर में सेबी ने कंपनी के ड्राफ्ट को एप्रूव्ड कर दिया था। अभी कैपिलरी टेक्नोलॉजीज इंडिया में प्रमोटर्स की 67.18 फीसदी हिस्सेदारी है। 32.82 फीसदी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं।

कंपनी क्लाउंड इंफ्रास्ट्रक्चर पर 143 करोड़ खर्च करेगी

कंपनी की पेरेंट कंपनी कैपिलरी टेक्नोलॉजीज इंटरनेशनल में Qualcomm, Peak XV Partners और Xto10x Technologies जैसे बड़े इनवेस्टर्स का निवेश है। अनीश रेड्डी बोड्डू ने कैपिलरी टेक्नोलॉजीज की शुरुआत की थी। आईपीओ से आने वाले पैसे में से कंपनी ने क्लाउंड इंफ्रास्ट्रक्चर पर 143 करोड़, रिसर्च और प्रोडक्ट्स एंड प्लेटफॉर्म के डेवलपमेंट पर 71.6 करोड़ और कंप्यूटर सिस्टम्स के पर्चेज पर 10.3 करोड़ रुपये खर्च करने का प्लान बनाया है। बाकी पैसे का इस्तेमाल कंपनी सामान्य कारोबारी जरूरतों के लिए करेगी।

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इन ग्लोबल कंपनियों से मुकाबला

कैपिलरी के एआई-पावर्ड लॉयल्टी एंड कस्टमर इंगेजमेंट सॉल्यूशंस का इंडिया में कोई लिस्टेड प्रतिद्वद्वी कंपनी नहीं है। हालांकि, ग्लोबल मार्केट में इसका मुकाबला Salesforce, Adobe, HubSpot और Braze जैसी कंपनियों से है। कंपनी ने सितंबर 2025 में खत्म छमाही में 1.03 करोड़ रुपये प्रॉफिट कमाया है। एक साल पहले की समान अवधि में इसने 6.8 करोड़ रुपये प्रॉफिट कमाया था।

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