Electronics Mart India का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के हिसाब से इस साल 2022 का दूसरा सबसे बड़ा इश्यू साबित हुआ। 500 करोड़ रुपये का यह आईपीओ 4-7 अक्टूबर के बीच खुला था और 71.93 गुना सब्सक्राइब हुआ। इससे आगे 2022 में सिर्फ हर्षा इंजीनियर्स (Harsha Engineers) का इश्यू रहा जो 74.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के आईपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों का भी रुझान शानदार दिखा। उनके लिए आरक्षित हिस्सा 19.71 गुना सब्सक्राइब हुआ।क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) का हिस्सा 169.54 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) का हिस्सा 63.59 गुना सब्सक्राइब हुआ।
क्यों मिले ताबड़तोड़ बिड्स
सवाल यह उठता है कि निवेशकों को यह इश्यू इतना आकर्षक क्यों लगा। एनालिस्ट्स के मुताबिक इश्यू का आकर्षक वैल्यूएशन, सेक्टर में ग्रोथ की मजबूत संभावनाएं और दक्षिण भारत में कंपनी की दमदार मौजूदगी के चलते निवेशक इस आईपीओ को लेकर क्रेजी दिखे। इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट देश की चौथी सबसे बड़ी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और इलेट्रॉनिक्स रिटेलर है।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में 112 स्टोर्स हैं। हालांकि करीब तीन साल पहले वित्त वर्ष 2019 में इसके 59 ही स्टोर्स थे। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में 58 नए स्टोर्स खोलने की है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना
एलारा सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट हर्षित जे कपाड़िया के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट का वैल्यूएशन सस्ता रहा। 56-59 रुपये के प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से इसका वैल्यूएशन 18.5x P/E पर है जबकि आदित्य विजन जैसे इसके पियर्स की वैल्यूशन 23.7x FY22 है। कपाड़िया के मुताबिक ग्राहकों के बीच खुदरा इलेक्ट्रॉनिक स्टोर्स की तुलना में मॉडर्न फॉर्मेट लार्ज रिटेलर्स के यहां शॉपिंग का चलन बढ़ रहा है। इसके चलते भी इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट का आईपीओ आकर्षक दिखा।
अरिहंत कैपिटल के ज्वाइंट एमडी अर्पित जैन का कहना है कि कंज्यूमर गुड्स के लिए डिमांड बेहतर दिख रही है और इसका इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट को फायदा मिल सकता है क्योंकि यह ई-रिटेल के मामले में मार्केट लीडर है। अर्पित के मुताबिक फेस्टिव सीजन में डिमांड में उछाल के चलते भी कंपनी के आईपीओ को लेकर रूझान पॉजिटिव हुआ है।
जुटाए गए पैसों का ये होगा इस्तेमाल
इस इश्यू के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट आईपीओ निवेशकों को 500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी करेगी। नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए 111.44 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर, 220 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की बढ़ी हुई जरूरतों को पूरा करने और 55 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया की शुरुआत पवन कुमार बजाज और करन बजाज ने की थी। इसके 36 शहरों/नगरों में 112 स्टोर हैं जिसमें से अधिकतर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और एनसीआर में हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में ऑपरेशंस से 4349.32 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था जबकि एक वित्त वर्ष पहले यह आंकड़ा 3201.88 करोड़ रुपये था।
वही दूसरी तरफ वित्त वर्ष 2021-22 में सालाना आधार पर नेट प्रॉफिट 103.89 करोड़ रुपये से गिरकर 40.65 करोड़ रुपये रह गया। अगस्त 2022 तक कंपनी की वर्किंग कैपिटल फैसिलिटीज 919.58 करोड़ रुपये की थी जबकि नेट कर्ज जून 2022 तक 446.54 करोड़ रुपये था।
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