कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने दो और IPO को मंजूरी दी है। ये पब्लिक इश्यू एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलोजिज और VMS TMT के हैं। SEBI ने 21 जुलाई को IPO के लिए दोनों कंपनियों के ड्राफ्ट पेपर्स पर ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया था। इस लेटर के जारी होने के बाद कंपनी अगले एक साल के अंदर अपना IPO ला सकती है। कर्नाटक स्थित एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजोजिज एक SaaS (Software as a Service) कंपनी है। यह लर्निंग और असेसमेंट सॉल्यूशंस पर फोकस्ड है।
कंपनी ने फरवरी 2025 में IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर SEBI के पास जमा किए थे। कंपनी 700 करोड़ रुपये तक जुटाना चाहती है। IPO में 210 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही प्रमोटर्स की ओर से ऑफर-फॉर-सेल के जरिए 490 करोड़ रुपये के शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा।
IPO के पैसों का कैसे करेगी इस्तेमाल
एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजोजिज अपने IPO में नए शेयरों को जारी करके हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल जमीन की खरीद और एक नई बिल्डिंग बनाने, कर्नाटक के मैसूर में मौजूदा फैसिलिटी के अपग्रेडेशन और एक्सटर्नल इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के लिए करने की तैयारी में है। इसके अलावा, IT इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेडेशन और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस पैसे का इस्तेमाल किया जाएगा। एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलोजिज के IPO के लिए आनंद राठी एडवाइजर्स एकमात्र मर्चेंट बैंकर है।
VMS TMT के इश्यू की डिटेल
अब बात करते हैं गुजरात की कंपनी VMS TMT की। यह स्टील बार बनाती है। कंपनी ने IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर्स को अक्टूबर 2024 में वापस ले लिया था। लेकिन फिर इस साल 27 मार्च को इसने SEBI के पास फिर से ड्राफ्ट जमा किया। IPO में 1.5 करोड़ नए इक्विटी शेयर रहेंगे। ऑफर-फॉर-सेल नहीं होगा। कंपनी अपने IPO से होने वाली कमाई में से 115 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए होंगे। VMS TMT के IPO के लिए अरिहंत कैपिटल मार्केट्स को मर्चेंट बैंकर अपॉइंट किया गया है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।