ग्लोबल बाजार में टेक शेयरों में आई भारी गिरावट ने सॉफ्टबैंक के निवेश वाली InMobi को अपने IPO प्लान पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। मनीकंट्रोल से कंपनी के एक टॉप एक्जीक्यूटिव ने कहा है कि कंपनी अपना ऐसा आईपीओ लॉन्च नहीं करना चाहती जो हाल में आए कुछ दूसरे नए जमाने के टेक स्टॉक की तरह भारी डिस्काउंट पर ट्रेड करता नजर आए।
पिछले साल के मार्च महीने में इस तरह की खबरें आई थी कि मोबाइल विज्ञापन सेवाएं देने वाली और भारत की पहली यूनिकॉर्न InMobi दिसंबर 2021 तक के अंत तक यूएस बाजार में लिस्ट होना चाहती है। इन रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि कंपनी 12 से 15 अरब डॉलर वैल्यूएशन पर 1 अरब डॉलर जुटाना चाहती है।
हालांकि पिछले साल अमेरिका और भारतीय बाजार में तमाम नई टेक्नोलॉजी और इंटरनेट पर आधारित नए जमाने के शेयर सफलतापूर्वक लिस्ट हुए। लेकिन पिछले कुछ महीनों के दौरान इनके लिए सेंटिमेंट बिगड़ा है। जिसके कारण हाल में लिस्ट हुए तमाम टेक स्टॉक डिस्काउंट पर ट्रेड करते नजर आ रहे हैं। निवेशक ब्याज दरों में होने वाली बढ़त और इस तरह के स्टॉक के महंगे वैल्यूएशन को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
वर्तमान बाजार स्थितियों में InMobi की लिस्टिंग योजना पर बात करते हुए कंपनी के फाउंडर नवीन तिवारी ने कहा कि मेरे लिए आईपीओ की निश्चित टाइमिंग के बारे में जबाव देना कठिन होगा। पिछले 3 महीने से बाजार जिस तरह से दबाव के दौर से गुजर रहा है। उस स्थिति में इस तरह का कोई निर्णय लेना बहुत ही कठिन है। ऐसे में हम सही समय पर आईपीओ के बारे में कोई निर्णय लेंगे।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कंपनी ने पिछले साल की तेजी में लिस्टिंग का बेहतर मौका गवां दिया? तो इसका जबाव देते हुए नवीन तिवारी ने कहा कि पिछले साल लिस्ट हुए सारे स्टॉक इस समय कहां कारोबार कर रहे हैं? इसपर नजर डालें तो इनमें से अधिकांश अपनी प्राइस से 50 फीसदी ज्यादा नीचे नजर आ रहे हैं। ऐसे में हमें सावधान रहने की जरुरत है। हम निश्चित तौर पर ऐसा आईपीओ लाना नहीं चाहते जो बहुत ज्यादा ऊपर-नीचे हो। क्योंकि ये वह स्थिति नहीं है जो आप बाजार में अपने लिए देखना चाहते है।