एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के स्लोगन-'लाइफ इज गुड' के बारे में आपने जरूर सुना होगा। करीब तीन दशकों में एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने भारत में अपनी मजबूत पैठ बनाई है। शायद ही कोई मिडिल क्लास फैमिली होगी, जिसके घर में एलजी का कोई प्रोडक्ट न हो। दक्षिण कोरिया की एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अब इंडिया में अपनी कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया (एलजीईआईएल) को स्टॉक मार्केट में लिस्ट कराने जा रही है। 11,607 करोड़ रुपये का यह आईपीओ 7 अक्टूबर को खुल गया है। इसमें 9 अक्टूबर तक निवेश किया जा सकता है। क्या एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के स्लोगन की तरह उसका आईपीओ भी गुड है?
एलजी ने 1997 में इंडियन मार्केट में की थी एंट्री
LG Electronics India Ltd (LGEIL) का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि इस इश्यू में कंपनी नए शेयर इश्यू नहीं करेगी। सिर्फ प्रमोटर्स अपने शेयर बेचेंगे। एलजी इंडिया ने 1997 में इंडियन मार्केट में एंट्री की थी। यह कंपनी 13 से ज्यादा साल तक होम एप्लायंसेज में मार्केट लीडर रही। कंपनी के दो प्रमुख सेगमेंट हैं-होम एप्लायंसेज एंड एयर सॉल्यूशंस और होम एंटरटेनमेंट। हालांकि, पहले के मुकाबले अब इसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर्स, पैनल टीवी, इनवर्टर एसी और माइक्रोवेव में इसकी लीडरशिप पोजीशन बनी हुई है।
2011 में पहला स्मार्ट टीवी एलजी ने लॉन्च किया था
LG की सफलता में इनोवेशन पर उसके फोकस का बड़ा हाथ है। कंपनी ने 2011 में इंडिया में पहली बार स्मार्ट टीवी पेश किया था। 2015 में इसने पहली बार 4K OLED TV लॉन्च किया था। इससे कंपनी को इंडियन मार्केट में अपनी प्रीमियम पोजीशन बनाए रखने में मदद मिली है। एलजी इंडिया को अपनी पेरेंट कंपनी LG Electronics Inc से काफी ताकत मिली है। एलजी की पेरेंट कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सिंगल ब्रांड होम एप्लायंसेज कंपनी है। एलजी इंडिया को अपनी पेरेंट कंपनी की एडवान्स्ड ग्लोबल आरएंडडी, प्रोडक्ट डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग एक्सपर्टाइज का फायदा मिलता है।
मैन्युफैक्चरिंग में इंडियन कंपोनेंट्स के इस्तेमाल पर फोकस
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया अपनी सेल्स का सिर्फ 1.8-1.9 फीसदी रॉयल्टी अपनी पेरेंट कंपनी को देती है। इसका मतलब है कि रॉयल्टी का कंपनी के मार्जिन पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। एलजी इंडिया ने लोकलाइजेशन पर फोकस बढ़ाया है। इसका मतलब है कि यह मैन्युफैक्चरिंग में इंडियन कंपोनेंट्स का इस्तेमाल बढ़ा रही है। अभी यह 53.8 फीसदी है। कंपनी हर साल इसमें 2-3 फीसदी की वृद्धि करना चाहती है।
देशभर में स्ट्रॉन्ग डिस्ट्रिब्यूशन चैनल नेटवर्क
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की ताकत उसका मल्टी-चैनल डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क है। कंपनी के प्रोडक्ट्स LG Brand शॉप्स के अलावा बड़े रिटेलर्स जैसे रिलायंस रिटेल, क्रोमा और विजय सेल्स में उपलब्ध हैं। इसके अलावा कंपनी ऑनलाइन प्लटेफॉर्म्स के जरिए भी अपने प्रोडक्ट्स बेचती है। कंपनी के 35,640 टच-प्वाइंट्स हैं। इस लिहाज से यह अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से काफी आगे निकल जाती है। अभी कंपनी के दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। एक नोएडा में है और दूसरा पुणे में है। कंपनी आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में अपना तीसरा प्लांट बना रही है। अगले साल दिवाली तक इसमें उत्पादन शुरू हो जाएगा।
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
होम एप्लायंसेज कंपनियों में एलजी इंडिया का आपरेटिंग मार्जिन काफी अट्रैक्टिव है। रिटर्न रेशियो भी सेक्टर में सबसे ज्यादा है। एसेट टर्नओवर भी अच्छा और वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट काफी स्ट्रॉन्ग है। खास बात यह है कि कंपनी पर किसी तरह का कर्ज नहीं है। कंपनी के पास खुद इतना कैश फ्लो है कि उसे बिजनेस के एक्सपैंशन के लिए बाहर से पैसे जुटाने की जरूरत नहीं पड़ती है। कंपनी ने इश्यू में 1,080-1,140 रुपये का प्राइस बैंड रखा है। अपर प्राइस बैंड पर शेयर की वैल्यूएशन FY25 के अर्निंग पर शेयर (EPS) का 35 गुना है। यह प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के वैल्यूएशन से ज्यादा नहीं है। इनवेस्टर्स लंबी अवधि के लिए इस आईपीओ में बोली लगा सकते हैं।