Nephrocare Health Services IPO: एशिया की सबसे बड़ी डायलिसिस चेन का इश्यू 10 दिसंबर से, ₹438-₹460 है प्राइस बैंड

Nephrocare Health Services IPO के​ लिए ICICI सिक्योरिटीज, एंबिट, IIFL कैपिटल सर्विसेज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज, मर्चेंट बैंकर हैं। प्रमोटर्स के पास अभी नेफ्रोप्लस में 78.9% हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा ₹67 करोड़ रहा

अपडेटेड Dec 04, 2025 पर 8:35 AM
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Nephrocare Health Services IPO में 353.40 करोड़ रुपये के 77 लाख नए शेयर जारी होंगे।

Nephrocare Health Services IPO: डायलिसिस सर्विस देने वाली एशिया की सबसे बड़ी कंपनी नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज का पब्लिक इश्यू 10 दिसंबर को खुल रहा है। कंपनी ₹871.05 करोड़ जुटाएगी। एंकर निवेशक 9 दिसंबर को बोली लगा सकेंगे। इश्यू की क्लेाजिंग 12 दिसंबर को होगी। इसके बाद अलॉटमेंट 15 दिसंबर को फाइनल होगा। शेयर BSE, NSE पर 17 दिसंबर को लिस्ट हो सकते हैं। यह साल 2025 में भारत में मेनबोर्ड सेगमेंट का 99वां IPO है। कंपनी, NephroPlus ब्रांड के तहत ऑपरेट करती है।

इस IPO के लिए प्राइस बैंड 438-460 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 32 शेयर है। IPO में 353.40 करोड़ रुपये के 77 लाख नए शेयर जारी होंगे। साथ ही प्रमोटर्स और मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 517.64 करोड़ रुपये के 1.13 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा।

नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज के प्रमोटर विक्रम वुप्पला, बेसेमर वेंचर पार्टनर्स ट्रस्ट, एडोरस इनवेस्टमेंट होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड, हेल्थकेयर पेरेंट लिमिटेड, इनवेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड II और इनवेस्टकॉर्प ग्रोथ अपॉर्चुनिटी फंड हैं। प्रमोटर्स के पास अभी नेफ्रोप्लस में 78.9% हिस्सेदारी है। बाकी 21.1% हिस्सेदारी इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और 360 वन सहित पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है।


IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल

IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल कंपनी भारत में नए डायलिसिस क्लिनिक खोलने के लिए, कर्ज चुकाने के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। विक्रम वुप्पला और कमल डी. शाह ने साल 2010 में नेफ्रोप्लस को शुरू किया था। तेलंगाना स्थित नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज डायग्नोसिस से लेकर इलाज और हेमोडायलिसिस, होम और मोबाइल डायलिसिस सहित वेलनेस प्रोग्राम्स तक, हर तरह की डायलिसिस केयर उपलब्ध कराती है।

30 सितंबर 2025 तक इसके दुनिया भर में 519 क्लिनिक थे, जिनमें फिलीपींस, उज्बेकिस्तान और नेपाल में 51 इंटरनेशनल क्लीनिक शामिल हैं। भारत में इसके 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 288 शहरों में क्लिनिक हैं। IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।

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Nephrocare Health Services की वित्तीय सेहत

वित्त वर्ष 2025 में नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज का मुनाफा सालाना आधार पर लगभग दोगुना होकर ₹67 करोड़ हो गया। एक साल पहले मुनाफा ₹35.1 करोड़ था। रेवेन्यू 33.5% बढ़कर ₹755.8 करोड़ हो गया। वित्त वर्ष 2024 में यह ₹566.2 करोड़ था। अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान नेफ्रोप्लस ने ₹473.5 करोड़ का रेवेन्यू और ₹14.2 करोड़ का मुनाफा कमाया। IPO के​ लिए ICICI सिक्योरिटीज, एंबिट, IIFL कैपिटल सर्विसेज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज, मर्चेंट बैंकर हैं।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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