Upcoming IPO: आईपीओ निवेशकों के लिए जरूरी खबर है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (NTPC Green Energy) और अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज (Avanse Financial Services) को आईपीओ प्लान के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी की मंजूरी मिल गई है। हालांकि, VMS TMT ने आईपीओ के जरिए फंड जुटाने के लिए दाखिल अपने ड्राफ्ट पेपर को वापस लेने का फैसला किया है। मार्केट रेगुलेटर ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी और अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज को 22 अक्टूबर और 23 अक्टूबर को ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किए हैं। ऑब्जर्वेशन लेटर जारी करने का मतलब है कि कंपनी को एक साल के भीतर अपना आईपीओ लॉन्च करना होगा।
देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी NTPC की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी ने इस साल 18 सितंबर को सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 10000 करोड़ रुपये जुटाने का है।
इस आईपीओ के तहत केवल फ्रेश इक्विटी शेयर जारी होंगे और इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी को जाएगी। इस आय में से 7500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। जुलाई 2024 तक भारत के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज पर कंसोलिडेटेड बेसिस पर 16235 करोड़ रुपये की बकाया उधारी थी।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ को संभालने वाले मर्चेंट बैंकर IDBI कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज, एचडीएफसी बैंक, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट हैं।
Avanse Financial Services IPO
केदारा कैपिटल के निवेश वाली नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज ने इस साल 31 जुलाई को आईपीओ के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने नए इश्यू के जरिए 1000 करोड़ रुपये और OFS के जरिए 2500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म वारबर्ग पिंकस की सहयोगी कंपनी, प्रमोटर एंटिटी ऑलिव वाइन इन्वेस्टमेंट OFS में 1758 करोड़ रुपये बेचेगी, जबकि 742 करोड़ रुपये के शेयर निवेशक इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और केदारा कैपिटल ग्रोथ फंड III एलएलपी द्वारा बेचे जाएंगे। कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 59.32 फीसदी है, जबकि 40.68 फीसदी शेयर इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन, केदारा कैपिटल और अल्फा सहित पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं।
मुंबई स्थित यह कंपनी एसेट अंडर मैनेजमेंट के मामले में भारत में दूसरी सबसे बड़ी एजुकेशन फोकस्ड एनबीएफसी है। कंपनी अपने कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए फ्रेश इश्यू फंड का इस्तेमाल करेगी, ताकि कारोबार और एसेट्स के विकास से होने वाली भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सके। कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, एवेंडस कैपिटल, जेपी मॉर्गन इंडिया, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया), नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और SBI कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं।
दूसरी ओर गुजरात स्थित VMS TMT ने 23 अक्टूबर को अपने ड्राफ्ट पेपर्स वापस लेने का फैसला किया है। थर्मो मैकेनिकली ट्रीटेड (TMT) बार्स निर्माता ने 1.5 करोड़ शेयरों के आईपीओ के लिए 27 सितंबर को सेबी के पास डीआरएचपी दाखिल किया था।