PhonePe IPO: वॉलमार्ट के निवेश वाली वाली दिग्गज फिनटेक कंपनी PhonePe अपना IPO लाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, PhonePe सितंबर के अंत तक कॉन्फिडेंशियल तरीके से आईपीओ के लिए फाइलिंग कर सकती है। माना जा रहा है कि कंपनी अपने प्रस्तावित आईपीओ में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री कर सकती है। इस आईपीओ का साइज ₹10,000 से ₹13,000 करोड़ (लगभग $1.2 – 1.5 बिलियन) हो सकता है, जिससे कंपनी का वैल्यूएशन $10 – 12 बिलियन तक पहुंच सकता है। कंपनी का लक्ष्य 2026 की शुरुआत तक शेयर बाजार में लिस्टिंग कराना है।
PhonePe की शुरुआत दिसंबर 2015 में Flipkart की सहायक कंपनी के तौर पर हुई थी। लेकिन वॉलमार्ट के Flipkart में निवेश के बाद, PhonePe की ओनरशिप बदल गई। दिसंबर 2020 में वॉलमार्ट ने PhonePe को Flipkart से अलग करके अपनी सहायक कंपनी बना लिया था।
छोटे निवेशक बेच सकते हैं हिस्सेदारी
PhonePe के आईपीओ में कुछ निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी बेचने का मौका मिल सकता है, लेकिन प्रमोटर वॉलमार्ट इसमें अपनी हिस्सेदारी कम नहीं करेगी। एक बैंकर के मुताबिक, टाइगर ग्लोबल और जनरल अटलांटिक जैसे छोटे निवेशक इस आईपीओ के जरिए अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच सकते हैं। वॉलमार्ट के पास फिलहाल PhonePe में 70 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है, जबकि जनरल अटलांटिक और टाइगर ग्लोबल दोनों के पास 9 प्रतिशत से कम हिस्सेदारी है।
UPI पेमेंट्स में मार्केट लीडर है PhonePe
PhonePe UPI पेमेंट्स में 45 प्रतिशत से ज्यादा की मार्केट हिस्सेदारी के साथ QR-आधारित पेमेंट्स में सबसे आगे है। कंपनी पेमेंट गेटवे के अलावा, अपने ऐप के जरिए इंश्योरेंस और लोन जैसे अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट भी देती है।
बता दें कि इस आईपीओ को मैनेज करने के लिए जे.पी. मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली, सिटीग्रुप और कोटक महिंद्रा कैपिटल जैसे इन्वेस्टमेंट बैंकरों को नियुक्त किया गया है।