भारत का IPO बाजार इस साल एक नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहा है। अक्टूबर महीने में IPO से कमाई के रिकॉर्ड 5 अरब डॉलर को पार कर जाने की उम्मीद है। 6 अक्टूबर से शुरू हो रहे सप्ताह में 2 अरब डॉलर से अधिक के IPO आने वाले हैं। इनमें टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के IPO भी शामिल हैं। टाटा कैपिटल का 15,511.87 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू भारत में साल 2025 का सबसे बड़ा IPO साबित हो सकता है। यह 6 अक्टूबर को खुलने वाला है। LG Electronics India IPO 11607.01 करोड़ रुपये का है। यह 7 अक्टूबर को खुलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि ये इश्यू निवेशकों की बाजार में रुचि और जोखिम उठाने की क्षमता की असली परीक्षा साबित होंगे। दिलचस्प यह है कि टैरिफ के झटकों और भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद भारतीय IPO बाजार 2025 में दुनिया के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक बना हुआ है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कंपनियां अपने ऑपरेशंस बढ़ाने के लिए फंड जुटाना चाहती हैं और इसके लिए धड़ाधड़ IPO ला रही हैं। घरेलू पूंजी के मजबूत भंडार के साथ-साथ देश के बेंचमार्क स्टॉक इंडेक्स में 9 साल की अभूतपूर्व तेजी से उत्साहित लाखों खुदरा निवेशकों की ओर से मांग को बढ़ावा मिला है।
निवेश जारी रखने के लिए म्यूचुअल फंड्स का बढ़ रहा कॉन्फिडेंस
कंपनियों को IPO के लिए तैयार करने वाली कंसल्टिंग फर्म यूनिकस कंसल्टेक के एक पार्टनर रघुराम के का कहना है कि खुदरा निवेशकों की ओर से शुरू किए गए मंथली इनवेस्टमेंट प्लांस के जरिए म्यूचुअल फंड्स में भारी मात्रा में पैसा आ रहा है। इससे उन्हें पूंजी निवेश जारी रखने का विश्वास मिल रहा है। Tata Capital ने IPO से पहले 135 एंकर इनवेस्टर्स से 4,641.8 करोड़ रुपये जुटाए। बड़े वैश्विक निवेशकों में मॉर्गन स्टेनली, गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप, अमांसा होल्डिंग्स, नोमुरा, गवर्नमेंट पेंशन ग्लोबल फंड, WCM इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, NFU म्यूचुअल ग्लोबल अल्फा फंड, अशोका व्हाइटओक, मार्शल वेस, अमुंडी फंड्स, सोसाइटी जेनरल और ऑलस्प्रिंग ग्लोबल इनवेस्टमेंट्स जैसे नाम शामिल रहे।
व्हाइटओक कैपिटल, ICICI प्रूडेंशियल MF, HDFC AMC, आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC, DSP MF, एक्सिस म्यूचुअल फंड, निप्पॉन लाइफ, एडलवाइस, कोटक महिंद्रा AMC, मोतीलाल ओसवाल AMC, UTI AMC, बंधन MF, महिंद्रा मनुलाइफ, बड़ौदा PNB परिबास MF, इनवेस्को इंडिया, मिरे एसेट और PGIM इंडिया सहित 18 घरेलू म्यूचुअल फंड हाउसेज ने 1,650.4 करोड़ रुपये में टाटा कैपिटल के 5.06 करोड़ शेयर खरीदे। कई बीमा कंपनियों ने भी एंकर बुक में हिस्सा लिया।
सितंबर तिमाही के अंत तक IPO से कमाई 11.2 अरब डॉलर
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, भारत में जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के अंत तक IPO से कमाई 11.2 अरब डॉलर रही। फंड जुटाने के वॉल्यूम के बेसिस पर भारत इस साल दुनिया का चौथा सबसे व्यस्त IPO मार्केट रहा। पिछले साल भारत में IPO के जरिए 21 अरब डॉलर की रिकॉर्ड कमाई हुई थी। भले ही भारत का 5.1 लाख करोड़ डॉलर का शेयर बाजार 2025 में अपनी रफ्तार खो चुका है, लेकिन कंपनियां पैसे जुटाने में सफल रही हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स इस साल केवल 5 प्रतिशत बढ़ा है। भारतीय बाजार, कंपनियों की अर्निंग्स में हल्की बढ़ोतरी और अमेरिका-भारत तनाव की चिंताओं के कारण दबाव में हैं।
Tata Capital और एलजी इंडिया लिस्टिंग पर बदल पाएंगी इतिहास?
भारत में ज्यादातर बड़ी कंपनियों के IPO और उनकी लिस्टिंग का इतिहास अच्छा नहीं रहा है। बड़ी कंपनियों ने अपनी लिस्टिंग के दिन निवेशकों को निराश किया है। अक्टूबर 2024 में हुंडई मोटर इंडिया देश का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आई थी। इसका साइज 27,858.75 करोड़ रुपये था और यह 2.37 गुना भरा था। लिस्टिंग के पहले दिन इसके शेयरों में 7% से ज्यादा की गिरावट आई थी। इससे पहले मई 2022 में सरकारी कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का 20,557.23 करोड़ रुपये का आईपीओ 2.95 गुना भरा था। लिस्टिंग के पहले दिन ही शेयर लगभग 8% गिर गए थे। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का 2021 में आया 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ 1.89 गुना सब्सक्राइब हुआ था। लिस्टिंग पर शेयरों में 25% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी।