IPO News: निवेशकों के लिए आज दो कंपनियों के आईपीओ में निवेश का आखिरी मौका है। इसमें से एक कंपनी ज्वैलरी सेगमेंट की Dev Labtech Venture है और दूसरी पॉलीमर्स प्रोडक्ट बनाने वाली Command Polymers है। इन दोनों कंपनियों के शेयरों को लेकर खुदरा निवेशकों का मिला-जुला रुझान दिख रहा है लेकिन 17 मार्च को खुले ये दोनों इश्यू अब तक ओवरसब्सक्राइब हो चुके हैं। ग्रे मार्केट में बात करें तो यहां भी मिला-जुला रुझान दिख रहा है। कमांड पॉलीमर्स के शेयर 4 रुपये की डिस्काउंट GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर ट्रेड हो रहे हैं जबकि देव लैबटेक वेंचर 7 रुपये की जीएमपी पर ट्रे़ड हो रहे हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए। इनमें से किसी कंपनी के आईपीओ में पैसे लगाने से पहले इश्यू से जुड़ी पूरी डिटेल्स चेक कर लें।
पॉलीमर प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी कमांड पॉलीमर्स पश्चिम बंगाल की कंपनी है। इसके 7 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 25.32 लाख नए इक्विटी शेयर जारी होंगे। इसके जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, लोन चुकता करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करने की योजना है। इस इश्यू के लिए 28 रुपये का भाव और 4 हजार शेयरों का लॉट साइज फिक्स किया गया है। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 50 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। यह इश्यू 1.04 गुना सब्सक्राइब हो चुका है।
खुदरा निवेशकों की इसमें दिलचस्पी कम दिख रही है और उनके लिए आरक्षित हिस्सा अब तक महज 0.30 गुना सब्सक्राइब हुआ है जबकि एनआईआई का हिस्सा 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ है। शेयरों का अलॉटमेंट 24 मार्च को फाइनल होगा और बीएसई एसएमई पर लिस्टिंग 29 मार्च को होगी। इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
लैब में हीरे और ज्वैलरी बनाने वाली दिग्गज कंपनी देव लैबटेक वेंचर गुजरात की की कंपनी है। इसके 11 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 22 लाख नए इक्विटी शेयर जारी होंगे। इस इश्यू के लिए 51 रुपये का भाव और 2 हजार शेयरों का लॉट साइज फिक्स किया गया है। शेयरों का अलॉटमेंट 24 मार्च को फाइनल होगा और शेयरों की बीएसई एसएमई पर 29 मार्च को लिस्टिंग होगी। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा एनआईआई और 50 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।
खुदरा निवेशक इस इश्यू को लेकर क्रेजी दिख रहे हैं और उनके लिए आरक्षित हिस्सा अब तक 1.83 गुना सब्सक्राइब हुआ है। एनआईआई का हिस्सा अब तक 0.79 गुना सब्सक्राइब हुआ है जबकि ओवरऑल यह इश्यू 1.31 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इस इश्यू के तहत कंपनी जो पैसे जुटाएगी, उसका इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतें, वर्किंग कैपिटल की जरूरतें और आईपीओ से जुड़े खर्चे पूरी करने के साथ आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है।