बिहार में समस्तीपुर लोकसभा सीट का मुकाबला काफी दिलचस्प है। यहां से नीतीश कुमार की सरकार के मंत्रियों के बेटे और बेटी के बीच मुकाबला है। इस सीट से एनडीए की उम्मीदवार शांभवी चौधरी हैं, जिन्हें लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने टिकट दिया है। 25 साल की शांभवी बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं। चौधरी न सिर्फ बिहार सरकार में मंत्री हैं, बल्कि नीतीश कुमार के बेहद करीबी भी हैं। शांभवी चौधरी देश की सबसे कम उम्र की लोकसभा उम्मीदवार हैं।
यह लोकसभा क्षेत्र समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व नेता कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली भी है, जिन्हें देशभर में समाजवादी नायक के तौर पर जाना जाता है। इस साल 'भारत रत्न' से नवाजे गए ठाकुर 1977 में समस्तीपुर लोकसभा से सांसद चुने गए थे। उन्होंने कहा, 'मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरे राजनीतिक करियर की शुरुआत इस पुण्य भूमि से हो रही है।'
शांभवी ने ग्रैजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से किया है, जबकि दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल की है। इस सीट पर उनका मुकाबला नीतीश सरकार के एक और मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी से है, जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। महेश्वर हजारी नीतीश सरकार में सूचना और जनसंपर्क मंत्री हैं।
सन्नी (33 साल) ने NIT पटना से बीटेक किया है और समस्तीपुर में अपना बिजनेस चलाते हैं। लिहाजा, यहां लड़ाई जेडी(यू) के एक मंत्री के बेटे और जेडी(यू) के एक अन्य मंत्री के बेटे के बीच है। शांभवी के पिता और मंत्री अशोक चौधरी ने जहां अपनी बेटी के लिए समस्तीपुर में एंड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। हालांकि, महेश्वर हजारी ने अब तक खुलकर बेटे के लिए समर्थन नहीं मांगा है। इस लोकसभा क्षेत्र के युवा अवधेश प्रसाद ने बताया, ' अभी महेश्वर हजारी नजर नहीं आ रहे हैं।'
बहरहाल, शांभवी का समस्तीपुर से सीधे तौर पर कोई कनेक्शन नहीं है। यह जगह उनके पति की नानी का पुश्तैनी इलाका है। हालांकि, वह वोटरों से ऐसे मिलती हैं, मानो उन्हें वर्षों से जानती हों। उन्होंने अपने रोडशो के दौरान लोगों से बातचीत में कहा, 'मैं यहां लोकसभा उम्मीदवार नहीं बल्कि आपकी बेटी की तरह हूं। मैं यहां महिला सशक्तिकरण और युवा शक्ति का प्रतीक हूं।' उनका कहना है कि अगर वह जीतती हैं, तो शिक्षा और स्वास्थ्य उनकी अहम प्राथमिकताएं होगी।
हालांकि, उनके लिए मुकाबला आसान नहीं है, क्योंकि उनके प्रतिद्वंद्वी सन्नी के परिवार का समस्तीपुर से मजबूत राजनीतिक कनेक्शन है। समस्तीपुर सीट के एक अन्य नौजवान का कहना था, 'कांग्रेस कैंप इस चुनाव को स्थानीय बनाम बाहरी के तौर पर पेश करना चाह रही है। हालांकि, यह फॉर्मूला शायद कारगर नहीं पाए, क्योंकि समस्तीपुर को एनडीए का गढ़ माना जाता है।' बहरहाल, कांग्रेस नेता प्रशांत पाठक का कहना है कि सनी को वोटरों से काफी अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है। वह खानपुर के ब्लॉक प्रमुख भी हैं। लिहाजा, वह स्थानीय समस्याओं से परिचित हैं।'