सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने एक प्रमुख यूरोपीय क्लाइंट से 'मेगा' ऑर्डर हासिल किया है। कंपनी के अनुसार, 2,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य वाले ऑर्डर्स को 'मेगा' कहा जाता है।
सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने एक प्रमुख यूरोपीय क्लाइंट से 'मेगा' ऑर्डर हासिल किया है। कंपनी के अनुसार, 2,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य वाले ऑर्डर्स को 'मेगा' कहा जाता है।
यह ऑर्डर छह फीडर कंटेनर जहाजों के डिजाइन और निर्माण का है। हर जहाज की क्षमता लगभग 1,700 ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट्स (TEU) होगी और ये लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) से चलेंगे।
ऑर्डर बुक का हाल
कोचीन शिपयार्ड ने बताया कि 14 अक्टूबर को इस ऑर्डर के लिए लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) साइन किया गया है। तकनीकी और व्यावसायिक शर्तों के साथ औपचारिक अनुबंध जल्द साइन किया जाएगा। कोचीन शिपयार्ड की ऑर्डर बुक फिलहाल ₹21,100 करोड़ की है। जून तिमाही के अंत में यह ₹22,500 करोड़ थी।
कोचीन शिपयार्ड के शेयर
कोचीन शिपयार्ड का शेयर मंगलवार को 1.13% की बढ़त के साथ ₹1,780.00 पर बंद हुआ। इंट्राडे में यह स्टॉक 2.67% तक उछला था। पिछले 6 महीने में स्टॉक 23.69% बढ़ा है। वहीं, इस साल यानी 2025 में अब तक इसमें लगभग 14% की बढ़ोतरी हुई है। बीते 5 साल में कोचीन शिपयार्ड ने 1,003.66% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। मार्केट कैप 46.94 हजार करोड़ रुपये है।
कोचीन शिपयार्ड का बिजनेस
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड भारत की एक बड़ी शिपबिल्डिंग कंपनी है। यह जहाजों का डिजाइन, निर्माण, मरम्मत और देखभाल करती है। कंपनी कंटेनर जहाज, युद्धपोत, पोत और बड़े सपोर्ट जहाज बनाती है। इसके अलावा, यह समुद्री उपकरण और नेविगेशन सिस्टम भी देती है। कोचीन शिपयार्ड भारतीय नौसेना, तट रक्षक बल और विदेशी क्लाइंट्स के लिए जहाज बनाती है।
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