Credit Cards

दिवाली पर मुनाफे का धमाका : मार्केट की सबसे बड़ी आवाज़ रमेश दमानी से जानें नए संवत में कहां बनेगा पैसा

Diwali picks : बुल मार्केट में अब भी करेक्शन चल रहा है। बाजार में करेक्शन आते रहेंगे लेकिन बुल मार्केट जारी रहेगा। बाजार हर साल 20 फीसदी नहीं चला तो खराब बात है, ये धारणा गलत है। उतार-चढ़ाव वाले बाजार में ही मौके मिलते हैं। अगले 1 साल भी बाजार दायरे में रहे तो भी दिक्कत नहीं है

अपडेटेड Oct 15, 2025 पर 5:30 PM
Story continues below Advertisement
रमेश दमानी को नए संवत में बाजार से अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। उनका कहना है कि कैपिटल वहां ज्यादा है जहां रिटर्न मिलता है। पैसा अभी चीन जैसे बाजारों में जा रहा है

Diwali picks : रमेश दमानी का कहना है कि पिछला 1 साल बाजार के लिए चुनौती भरा रहा है। इस अवधि में FIIs और ट्रंप दोनों ने मार्केट के लिए मुश्किल खड़ी की है। लेकिन हौसले बढ़ाने वाली बात ये रही कि हमने भी हार नहीं मानी। एक से बढ़कर एक कदम उठाए। डिमांड बढ़ाने के लिए GST 2.0, इनकम टैक्स कट, रेट कट जैसे बड़े फैसले लिए गए। वो अलग बात है इन बडे़ रिफॉर्म के बाद भी बाजार परफॉर्म नहीं कर पाया। बाजार में मौजूद मौकों और चुनौतियों को समझाने के लिए यहां हमारे साथ है एक बेहद खास मेहमान। ये हैं मार्केट की सबसे बड़ी आवाज़ रमेश दमानी। रमेश दमानी जी उन लोगों में है जो बाजार की धड़कन को अच्छे से जानते समझते है। इनसे जानेंगे कि बाजार का विजय उत्सव आखिर कब शुरु होगा।

रमेश दमानी की राय : कॉर्पोरेट टैक्स कटौती के बाद GST कट बहुत बड़ा रिफॉर्म

बुल मार्केट में अब भी करेक्शन चल रहा है। बाजार में करेक्शन आते रहेंगे लेकिन बुल मार्केट जारी रहेगा। बाजार हर साल 20 फीसदी नहीं चला तो खराब बात है, ये धारणा गलत है। उतार-चढ़ाव वाले बाजार में ही मौके मिलते हैं। अगले 1 साल भी बाजार दायरे में रहे तो भी दिक्कत नहीं है। दुनिया में शेयर बाजार के साथ सोना और बॉन्ड भी साथ चल रहे हैं। भारतीय बाजार छोटी अवधि में अंडरपरफॉर्म कर रहा है। सरकार की ओर से GST रिफॉर्म एक बड़ा कदम है। कॉर्पोरेट टैक्स कटौती के बाद GST कट बहुत बड़ा रिफॉर्म है।

रेयर अर्थ कंपनियों को पोर्टफोलियो में जोड़ा

रमेश दमानी ने बताया कि वे भारतीय कंपनियों पर लंबी अवधि के लिए दांव लगा रहे हैं। हाल में रेयर अर्थ कंपनियों को पोर्टफोलियो में जोड़ा है। कई सालों से कंजम्प्शन शेयर पोर्टफोलियो में हैं। अच्छे कारोबार को सस्ते में लेना बहुत जरूरी है। बाजार में हमेशा सस्ते शेयर होते हैं सिर्फ खोजने की जरूरत होती है। बाजार में निवेश का 2-3 साल पहले जैसा मौका है।


रेलवे शेयरों से निकले, डिफेंस में निवेश बरकरार

रमेश दमानी ने बताया कि बताया कि वे रेलवे शेयरों से निकल गए हैं। सेकिन डिफेंस में निवेश बरकरार है। OMCs, कंस्ट्रक्शन, फाइनेंस कंपनियों में निवेश किया गया है। हाल में रेयर अर्थ कंपनियों को पोर्टफोलियो में जोड़ा गया है। देश में रेयर अर्थ की सप्लाई सुनिश्चित करने की जरूरत है। देश में रेयर अर्थ से जुड़ी 4-5 कंपनियां मौजूद।

फार्मा सेक्टर में निवेश के काफी मौके मौजूद

रमेश दमानी के मुताबिक फार्मा सेक्टर में निवेश के काफी मौके मौजूद हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप फार्मा सेक्टर में निवेश किया है। जिन फार्मा कंपनियों के पास IP मौजूद उन पर बुलिश नजरिया है। वैक्सीन, एंटी बायोटिक्स IP बनाने वाली कंपनियों पर नजर रखने की सलाह होगी। IP वाली फार्मा कंपनियां देश में मौजूद हैं। IT सेक्टर को लेकर चिंता है। लेकिन IT सेक्टर में GCC कंपनियां पसंद हैं। इन कंपनियों पर बुलिश नजरिया है।

अच्छी तरह से पढ़ लिखकर ही IPO में पैसा लगाएं

रमेश दमानी की निवेशकों को सलाह है कि अच्छी तरह से पढ़ लिखकर ही IPO में पैसा लगाएं। वे भारत को लेकर बुलिश हैं और अब भी पैसा डालना चाहते हैं। शेयर बाजार के साथ प्राइवेट इक्विटी में भी पैसा डाला है। उन्होंने आगे कहा कि GST 2.0 रिफॉर्म बड़ा पॉजिटिव है। आगे इसका अच्छा असर होगा। रिफॉर्म पर रिएक्शन में बाजार थोड़ा समय लेता है।

Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 16 अक्टूबर को कैसी रह सकती है इसकी चाल

नए संवत में बाजार से अच्छे रिटर्न की उम्मीद

रमेश दमानी को नए संवत में बाजार से अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। उनका कहना है कि कैपिटल वहां ज्यादा है जहां रिटर्न मिलता है। पैसा अभी चीन जैसे बाजारों में जा रहा है। ये धारणा गलत कि हर साल 15 फीसदी नहीं कमाया तो बाजार खराब है। अगर दायरे में है तो यह कहना गलत कि बाजार खराब है। बाजार में अभी रिस्क-रिवॉर्ड अच्छा, निवेश कर सकते हैं। कारोबार पर फोकस करें, निवेश बरकरार रखें।

उनकी राय है कि PSU में कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियों में मौके हैं। दिल्ली जैसे बड़े शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें बनेंगी। 3 साल के नजरिए से कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनी में पैसा डालें। कंस्ट्रक्शन फाइनेंस कंपनियों का बास्केट बनाएं।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।