Adani Group Companies : अडानी ग्रुप की कंपनियों के प्रमोटर्स ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन के कुछ गिरवी शेयर समय से पहले छुड़ाने के लिए 1.14 अरब डॉलर का भुगतान किया है। अडानी ग्रुप ने कहा कि “हाल में बाजार में आए उतार-चढ़ाव और अडानी की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में प्रमोटर के लीवरेज में कटौती करने की प्रमोटर्स की प्रतिबद्धता के तहत” ऐसा किया गया है। अमेरिका बेस्ड शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों पर खासा दबाव बना हुआ है। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में हेराफेरी और भारी कर्ज सहित कई आरोप लगाए गए थे।
किस कंपनी के कितने छुड़ाए शेयर
1.114 अरब डॉलर के समय से पहले भुगतान के साथ, अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) में प्रमोटर्स की होल्डिंग के लगभग 16.8 करोड़ शेयर (12 फीसदी स्टेक), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में 2.756 करोड़ शेयर (3 फीसदी) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 1.177 करोड़ शेयर (1.4 फीसदी) रिलीज हो जाएंगे।
दिसंबर, 2022 के अंत तक अडानी पोर्ट्स की 17.31 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी थी। इस रिलीज के बाद यह घटकर 5.31 फीसदी रह जाएगी।
इसी प्रकार, अडानी ग्रीन एनर्जी की गिरवी हिस्सेदारी 4.36 फीसदी से घटकर 1.36 फीसदी रह जाएगी। वहीं अडानी ट्रांसमिशन की गिरवी हिस्सेदारी घटकर 5.22 फीसदी रह जाएगी जो दिसंबर के अंत तक 6.62 फीसदी थी।
अडानी एंटरप्राइजेस की कितनी हिस्सेदारी है गिरवी
अडानी पावर (25 फीसदी) और अडानी एंटरप्राइजेस (2.66 फीसदी) की गिरवी हिस्सेदारी को मिला लें तो बाकी गिरवी हिस्सेदारी की मार्केट वैल्यू 6 फरवरी तक 27,329 करोड़ रुपये रह गई है। Hindenburg Research ने अपनी रिपोर्ट में ग्रुप के “शेयरों को गिरवी रखकर स्टॉक प्राइस में हेराफेरी” का आरोप लगाया था।
बाद में अडानी ग्रुप ने स्पष्ट किया कि अम्बुटा या एसीसी का कोई शेयर प्रमोटर्स ने गिरवी नहीं रखा है।