Adani Group : चुनौतियों के बावजूद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जारी गिरावट एक पूरे सिस्टम से संबंधित नहीं हो सकती। जिओस्फेयर कैपिटल मैनेजमेंट (Geosphere Capital Management) के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर अरविंद सेंगर (Arvind Sanger) ने सीएनबीसी-टीवी 18 को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि अडानी का मुद्दा सिस्टमिक यानी सिस्टम से संबंधित नहीं हो सकता। चुनौतियां तो हैं, लेकिन जब अडानी की बात आती है तो यह पूरे सिस्टम से संबंधित नहीं हैं। सेंगर ने समझाते हुए कहा कि निवेशकों के लिए यह देखना सबसे महत्वपूर्ण है कि क्या अडानी ग्रुप की कंपनियों के प्रति रेगुलेटर्स, भारतीय रिजर्व बैंक और सेबी की तरफ से एक विश्वसनीय दृष्टिकोण अपनाया जाता है और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है।
सेबी (Sebi) ने 4 फरवरी को कहा कि वह स्टॉक मार्केट की ईमानदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी शेयर में अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए हर जरूरी सर्विलांस के उपाय किए गए हैं।
Adani group का नाम लिए बिना, कैपिटल मार्केट के वाचडॉग ने एक बयान में कहा कि पिछले हफ्ते एक कारोबारी समूह के स्टॉक्स में असामान उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
भारत की ग्रोथ स्टोरी अडानी की ग्रोथ स्टोरी नहीं
सेंगर ने कहा कि इनवेस्टर्स को सुनिश्चित होने की जरूरत है कि अडानी ग्रुप के स्टॉक्स के मामले में सरकार क्या करेगी। उन्होंने बताया, “भारत की ग्रोथ स्टोरी एक अडानी ग्रुप की स्टोरी नहीं है।”
गौरतलब है कि अमेरिका बेस्ड शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की 24 जनवरी को जारी रिपोर्ट में गौतम अडानी की अगुआई वाले ग्रुप पर लगे स्टॉक हेराफेरी और भारी कर्ज के आरोपों के बाद से अभी तक अडानी ग्रुप की कंपनियों की वैल्यू 112 अरब डॉलर तक घट गई है। हालांकि, अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह सभी कानूनों का पालन करता है और जरूरी डिसक्लोजर करता रहा है।