Nifty Outlook: 25 नवंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम; जानिए एक्सपर्ट से

Nifty Outlook: निफ्टी लगातार दूसरे दिन दबाव में रहा और 26,000 के नीचे फिसला। मंगलवार को बाजार की चाल GDP डेटा, US-India ट्रेड डील और FII रुझान तय करेंगे। एक्सपर्ट से जानिए अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल।

अपडेटेड Nov 24, 2025 पर 10:09 PM
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HDFC Securities के नागराज शेट्टी ने कहा कि शॉर्ट टर्म ट्रेंड अब कमजोर हो गया है।

Nifty Outlook: भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार दूसरे सेशन में कमजोरी दिखी। निफ्टी 26,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे फिसल गया। यह गिरावट किसी बड़े ट्रेंड रिवर्सल से ज्यादा हालिया तेजी के बाद प्रॉफिट बुकिंग और छोटे ठहराव का संकेत देती है। निफ्टी 108 अंक गिरकर 25,959 पर बंद हुआ, जो दिन का निचला स्तर भी था।

अब मंगलवार को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, पहले समझ लेते हैं कि सोमवार को बाजार में क्या खास हुआ।

एक्सपायरी से पहले कमजोर सेंटिमेंट


मंथली एक्सपायरी करीब होने के चलते ब्रॉडर मार्केट भी दबाव में रहा। आईटी और बैंकिंग शेयरों ने पहले आधे सत्र में मजबूती दिखाई, लेकिन अंतिम घंटे में गिरावट बढ़ गई। SBI Life, Tech Mahindra और Eicher Motors ग्रीन में बंद हुए, जबकि BEL, JSW Steel और Max Healthcare प्रमुख लूजर्स रहे।

ज्यादातर सेक्टर लाल निशान में

सेक्टोरल परफॉर्मेंस नकारात्मक रहा। निफ्टी आईटी को छोड़कर सभी सेक्टर गिरावट में बंद हुए। रियल्टी, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सबसे ज्यादा दबाव में रहे।

ब्रॉडर मार्केट की कमजोरी साफ दिखी। निफ्टी मिडकैप 100 में 0.32% और स्मॉलकैप 100 में 0.85% की गिरावट आई। स्मॉलकैप इंडेक्स लगातार पांचवें सत्र में गिरा और 200-दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के नीचे बंद हुआ।

US-India ट्रेड डील में देरी से निराशा

सितंबर 2024 के पीक को तोड़ने की निफ्टी की हालिया कोशिश अमेरिका-भारत ट्रेड एग्रीमेंट में देरी से कमजोर पड़ी है। सोमवार को लगातार दूसरा दिन रहा जब इंडेक्स में प्रॉफिट बुकिंग हुई। इससे पहले निफ्टी ने नौ में से आठ सत्रों में बढ़त दर्ज की थी।

शुक्रवार को GDP डेटा आने तक बाजार में कोई बड़ा घरेलू ट्रिगर नहीं है, इसलिए ट्रेडर सतर्क रुख रख सकते हैं। Motilal Oswal के सिद्धार्थ खे्मका का कहना है कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की प्रगति और विदेशी निवेश का रुख ही निकट अवधि में बाजार की दिशा तय करेगा।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

Centrum Broking के नीलेश जैन के मुताबिक, अगर निफ्टी 25,850 के नीचे जाता है तो यह 25,700 तक फिसल सकता है। वहीं, 26,180 के ऊपर की तेजी सेंटीमेंट को सुधार सकती है और बाजार को 26,300 की ओर ले जा सकती है। नवंबर सीरीज की F&O एक्सपायरी नजदीक होने से वे 25,800 से 26,200 की रेंज में तेज वोलैटिलिटी की उम्मीद कर रहे हैं।

HDFC Securities के नागराज शेट्टी ने कहा कि शॉर्ट टर्म ट्रेंड अब कमजोर हो गया है। उनका मानना है कि आने वाले सत्रों में निफ्टी में 25,700 तक गिरावट की गुंजाइश है। जबकि 26,200 से 26,300 का जोन मजबूत रेजिस्टेंस के तौर पर काम करेगा।

बैंक निफ्टी का हाल

बैंक निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में मजबूती दिखाई थी लेकिन पिछले हाई के पास टिक नहीं सका। आखिरी घंटे की तेज गिरावट ने लगभग सारी बढ़त खत्म कर दी और इंडेक्स 58,900 के नीचे हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ।

SBI Securities के सुदीप शाह के अनुसार, बैंक निफ्टी के लिए 20-दिन का EMA एक अहम सपोर्ट है। यह जो 58,400 से 58,300 के बीच आता है। इसके नीचे फिसलने पर गिरावट 57,700 तक बढ़ सकती है। ऊपर की ओर, 59,200 से 59,300 का रेंज वह बड़ा रेजिस्टेंस है जिसे पार किए बिना तेज रफ्तार वापसी मुश्किल होगी।

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Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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