Adani Group News: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के झटके से उबरने के लिए अदाणी ग्रुप ने इनवेस्टर रोडशो किया था। इसके तहत उसने निवेशकों के भरोसे के लिए बातचीत की। अब इस पर अमेरिकी नियामक की नजर पड़ी है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क ब्रूकलिन के अमेरिकी अटार्नी ऑफिस अदाणी ग्रुप के बड़े शेयरहोल्डर्स से पूछा है कि ग्रुप के साथ उनकी क्या बातचीत हुई। अटार्नी ऑफिस पिछले कुछ महीने से इस पर जांच कर रही है। इसी प्रकार की एक जांच अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन भी कर रही है।
भारत में SEBI भी कर रही Adani Group की जांच
अदाणी ग्रुप की कंपनियों को लेकर हिंडनबर्ग के आरोपों की जांच भारत में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) भी कर रही है। सेबी इस बात की जांच कर रही है कि क्या अदाणी ग्रुप ने मार्केट से जुड़े किसी भी नियम का उल्लंघन किया है? यह जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही है और पहले इसके लिए 2 मार्च को कोर्ट ने सेबी को 2 महीने का समय दिया था। हालांकि फिर सेबी ने अतिरिक्त समय मांगा तो 17 मई को सेबी की याचिका पर 14 अगस्त तक का समय दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो 30 सितंबर तक का समय दिया जा सकता है।
Hindenburg ने क्या लगाए थे आरोप
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को एक रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था। ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया लेकिन ग्रुप की कंपनियों के शेयर इस झटके को संभाल नहीं सके और धड़ाम से गिर गए। इसके बाद निवेशकों के भरोसे को वापस पाने के लिए शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए कर्ज लौटाने की स्ट्रैटजी अपनाई और इनवेस्टर रोडशो किया जिसमें कंपनी की सेहत और आगे की योजनाओं के बारे में प्रेजेंटेशन दिया गया।