Adani Group News: अदाणी ग्रुप 380 करोड़ डॉलर के लोन को रीफाइनेंस कराने के लिए दुनिया भर के कई बैंकों से बातचीत कर रहा है। ग्रुप ने यह कर्ज पिछले साल अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) को खरीदने के लिए लिया था। अदाणी ग्रुप मूल लोन को अधिक मेच्योरिटी पीरियड वाले डेट में बदलने पर विचार कर रहा है और इसके लिए अलग-अलग बैंकों से बातचीत शुरू कर दिया है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। ग्रुप की यह कोशिश मौजूदा परिस्थितियों में काफी अहम है क्योंकि इससे यह पता चल सकेगा कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग (Hindenburg) के हमले के बाद इसके लिए ग्लोबल क्रेडिट लाइन कितनी खुली है यानी कि इसे बैंकों से कर्ज मिल पाएगा या नहीं। हिंडनबर्ग ने ग्रुप पर हेराफेरी का आरोप लगाया था लेकिन ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया था।
तीन से चार महीने में काम पूरा करने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक अदाणी ग्रुप का अनुमान है कि लोन की रीफाइनेंसिंग का काम तीन से चार महीने के भीतर पूरा हो जाएगा। वहीं मौजूदा लेंडर्स में अधिकतर के इसमें शामिल होने का अनुमान है। बार्कलेज (Barclays), दायचे बैंक एजी (Deutsche Bank AG), स्टैंडर्ड चार्टर्ड (Standard Chartered) और मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (Mitsubishi UFJ Financial Group) जैसे बैंक इसके लिए ग्रुप से बातचीत कर रहे हैं। इसके लिए कुछ लेंडर्स रीफाइनेंस पर मंजूरी के लिए अपनी इंटरनेशनल क्रेडिट टीमों के पास गए हैं। हालांकि किसी भी लेंडर्स के साथ सौदा अभी तक तय नहीं हुआ है।
सीमेंट एसेट्स खरीदने के लिए Adani Group ने लिया था लोन
स्विस-फ्रेंच एमएनसी होल्सिम ने पिछले साल भारतीय सीमेंट कंपनियों एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स में अपनी हिस्सेदारी अदाणी ग्रुप को बेच दी। इस खरीदारी के दम पर अदाणी ग्रुप देश के सीमेंट सेक्टर में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक हो गया। होल्सिम के साथ सौदे को फाइनेंस करने के लिए ग्रुप ने अदाणी ग्रुप की मॉरीशस की एक इकाई एंडेवर ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट ने ब्रिज लोन लिया था जिसकी मेच्योरिटी 2023 और 2024 में है।