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Adani-Hindenburg Case: सात लिस्टेड कंपनियों में है कोटक ग्रुप के फंड का निवेश, सेबी के नोटिस में सामने आया नाम

हिंडनबर्ग को 'कारण बताओ नोटिस' भेजा है। बाजार नियामक सेबी ने इस मामले में जो नोटिस भेजा है, उसमें कोटक ग्रुप के एक फंड का नाम भी आया है। इस फंड ने देश में लिस्टेड कम से कम 7 कंपनियों में पैसे लगाए हैं। यह संख्या अधिक भी हो सकती है लेकिन चूंकि नियमों के मुताबिक 1 फीसदी से अधिक होल्डिंग का ही खुलासा करना अनिवार्य होता है तो फिलहाल 7 ही कंपनियों में इसके निवेश के बारे में जानकारी है

अपडेटेड Jul 03, 2024 पर 8:55 AM
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सेबी के नोटिस के मुताबिक K India Opportunities Fund Limited – Class F ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के पहले अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयरों की ट्रेडिंग की।

Adani-Hindenburg Case: अदाणी ग्रुप और अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च मामले में सेबी ने हिंडनबर्ग को 'कारण बताओ नोटिस' भेजा है। बाजार नियामक सेबी ने इस मामले में जो नोटिस भेजा है, उसमें कोटक ग्रुप के एक फंड का नाम भी आया है। इस फंड ने देश में लिस्टेड कम से कम 7 कंपनियों में पैसे लगाए हैं। यह संख्या अधिक भी हो सकती है लेकिन चूंकि नियमों के मुताबिक 1 फीसदी से अधिक होल्डिंग का ही खुलासा करना अनिवार्य होता है तो फिलहाल 7 ही कंपनियों में इसके निवेश के बारे में जानकारी है। कोटक ग्रुप का फंड K India Opportunities Fund Limited - Class F एक FPI (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) है जिसके नौ सब-फंड्स हैं और सभी सेबी के पास अलग-अलग एफपीआई के रूप में रजिस्टर्ड हैं।

किन-किन कंपनियों में है K India Opportunities Fund का निवेश

ऐस इक्विटीज (Ace Equities) पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक K India Opportunities Fund Limited की Krsnaa Diagnostics, मोल्ड-टेक पैकेजिंग (Mold-Tek Packaging), पोद्दार हाउसिंग एंड डेवलपमेंट (Poddar Housing and Development), शिलचर टेक्नोलॉजीज (Shilchar Technologies), केडीडीएल (KDDL), Vivimed Labs (विविमेड लैब्स) और सुप्रीम इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया (Supreme Infrastructure India) में 1-1 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है। यह हिस्सेदारी सब-फंड K India Opportunities Fund Limited Class S के जरिए है। इन सातों कंपनियों की होल्डिंग करीब 362 करोड़ रुपये की है। सबसे अधिक हिस्सेदारी सुप्रीम इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया में है जिसमें फंड की होल्डिंग 7.39 फीसदी है।


Adani-Hindenburg Case में क्यों आया फंड का नाम

सेबी के नोटिस के मुताबिक K India Opportunities Fund Limited – Class F ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के पहले अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयरों की ट्रेडिंग की। इसके बाद जब रिपोर्ट आई तो फंड ने अपनी पूरी शॉर्ट पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ कर दिया। इस ट्रेडिंग में फंड को 183.24 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। हालांकि कोटक महिंद्रा ग्रुप ने सफाई दी है कि हिंडनबर्ग रिसर्च कभी KIOF (के इंडिया अपॉर्च्यूनिटीज फंड) और कोटक महिंद्रा इंटरनेशनल की क्लाइंट नहीं रही है और उसे यह भी जानकारी नहीं है कि वह इसके किसी निवेशक की सहयोगी हो।

KIOF सेबी के पास रजिस्टर्ड एफपीआई है और यह मॉरीशस के फाइनेंशियल सर्विसेज कमीशन से रेगुलेट होता है। इसे 2013 में बनाया गया था ताकि विदेशी क्लाइंट्स भारत में निवेश कर सकें। सेबी के नोटिस के मुताबिक हिंडनबर्ग रिसर्च की क्लाइंट किंगडन कैपिटल और कोटक महिंद्रा इंटरनेशनल के बीच 5 जनवरी 2023 को एग्रीमेंट हुआ था। सेबी के नोटिस के मुताबिक किंगडन कैपिटल कोटक के फंड में निवेश के लिए कोटक महिंद्रा इंटरनेशनल की इनवेस्टमेंट एडवाइजर थी।

हिंडनबर्ग ने कोटक महिंद्रा बैंक के बनाए फंड स्ट्रक्चर से अदाणी ग्रुप के शेयरों को किया था शॉर्ट: रिसर्च फर्म

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