Nikkei 225: जापान का बेंचमार्क निक्केई 225 इंडेक्स गुरुवार को एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जब यह 44,251 के पार चला गया। इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान सॉफ्टबैंक ग्रुप का रहा, जिसके शेयरों में लगभग 10% का उछाल दर्ज किया गया। बाजार में यह रौनक अमेरिका में महंगाई के अनुकूल आंकड़ों और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से आई, जिससे एशियाई बाजार भी चमक उठे। सॉफ्टबैंक के साथ ही निक्केई 225 के एनर्जी और यूटिलिटी स्टॉक में भी तेजी देखने को मिली। मित्सुई माइनिंग एंड स्मेल्टिंग 5% से ज्यादा चढ़ा, जबकि इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स बनाने वाली कंपनी फुजिकुरा के शेयरों में 4% की बढ़ोतरी हुई।
SoftBank में बंपर उछाल की क्या है वजह?
टेक इन्वेस्टमेंट फर्म SoftBank Group के शेयरों में करीब 10% की भारी उछाल देखी गई। यह उछाल वॉल स्ट्रीट जर्नल की उस रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि OpenAI ने ऑरेकल के साथ लगभग 300 अरब डॉलर का पांच साल का क्लाउड-कंप्यूटिंग डील किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सौदा SoftBank के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि कुछ ही महीने पहले SoftBank के संस्थापक मासायोशी सोन और ऑरेकल के लैरी एलिसन अमेरिकी सरकार के 'स्टारगेट' प्रोग्राम की घोषणा के समय एक साथ खड़े थे।
अन्य एशियाई बाजारों का हाल
निक्केई 225 इंडेक्स को छोड़ दें तो अन्य एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुझान देखने को मिला। दक्षिण कोरिया का Kospi 0.65% की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि ऑस्ट्रेलिया का ASX/S&P 200 0.19% गिर गया। वहीं, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 1.19% और चीन का CSI 300 0.15% की गिरावट के साथ खुला।
अमेरिका में भी दिखा रिकॉर्ड तेजी का असर
जापान से पहले अमेरिकी बाजारों में भी तेजी देखने को मिली थी। लेटेस्ट उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) के आंकड़ों से पता चला था कि महंगाई कम हो रही है, जिससे S&P 500 और Nasdaq Composite दोनों ने रिकॉर्ड क्लोजिंग हाई दर्ज किए। हालांकि, Dow Jones Industrial Average 0.48% की गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसका मुख्य कारण Apple के शेयरों में आई गिरावट रही।