Auto Stocks: ऑटो शेयरों में आज 17 फरवरी को जोरदार बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी ऑटो इंडेक्स कारोबार के दौरान इंट्रा-डे में करीब डेढ़ फीसदी तक लुढ़क गया। अशोक लीलैंड, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) और टाटा मोटर्स जैसी दिग्गज ऑटो कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। यह गिरावट इस खबर के बाद आई है कि एलॉन मस्क(Elon Musk) की ईवी कंपनी टेस्ला (Tesla) ने भारत में कई पदों पर हायरिंग शुरू कर दी है। इससे यह संकेत मिला है, टेस्ला भारतीय बाजार में एंट्री की संभावना पर काम कर रही है। अगर टेस्ला भारत आती है, तो देश के प्रीमियम इलेक्ट्रिव व्हीकल (EV) सेगमेंट में कॉम्पिटीशन तेज हो सकता है।
Ashok Leyland के शेयर इंट्रा-डे में 2.76% तक टूटकर ₹217.43, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) 2.69% फिसलकर ₹2755.9, टाटा मोटर्स 2.10% के शेयर एनएसई पर 2.10% लुढ़ककर ₹672.15और बजाज ऑटो के शेयर 1.72% टूटकर ₹8390.45 के भाव तक आ गए थे। दिन के आखिरी में अशोक लीलैंड एनएसई पर 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 222 रुपये, टाटा मोटर्स 0.72 फीसदी की गिरावट के साथ 682.50 रुपये, एमएंडएम 1.8 फीसदी की गिरावट के साथ 2780.95 रुपये और बजाज ऑटो के शेयर 1.07 फीसदी की फिसलन के साथ 8445.80 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं।
Tesla ने भारत में 13 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इनमें कस्टमर-फेसिंग और बैकएंड फंक्शन्स से जुड़े पद शामिल हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब टेस्ला के मालिक एलॉन मस्क ने हाल ही में अमेरिका में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से ही Tesla के भारत में निवेश को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि Tesla की एंट्री से भारत के ऑटो सेक्टर पर तुरंत कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा। Tracom Stock Brokers के डायरेक्टर पार्थिव शाह के मुताबिक, "भारत में EV सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी कमजोर है, जिससे Tesla जैसी नई कंपनियों के लिए तुरंत बाजार में पैठ बनाना आसान नहीं होगा।"
Tesla को भारत में मिलेगी कड़ी टक्कर!
Tesla को भारतीय बाजार में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है। टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों ने EV स्पेस में मजबूत पकड़ बनाया हुया हैं। इसके अलावा हुंडई और BYD जैसी विदेशी कंपनियां भी यहां पर पहले से मजबूत है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टेस्ला फिलहाल लग्जरी सेगमेंट पर फोकस कर सकती है, जबकि भारत में सबसे ज्यादा डिमांड ₹10-25 लाख की कीमत वाली इलेक्ट्रिक कारों की है, जिसमें Tesla का कोई मॉडल मौजूद नहीं है।
मिरे एसेट शेयरखान के रिसर्च हेड संजीव होता का मानना है कि "Tesla की एंट्री से भारतीय ऑटो बाजार पर तुरंत कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।" हालांकि, सरकार ने ₹40,000 डॉलर से ऊपर की गाड़ियों पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर 70% कर दी है, जिससे Tesla को भारत में एंट्री का रास्ता मिल सकता है।
दूसरी ओर भारतीय कंपनियां भी अपनी EV रेंज को तेजी से मजबूत कर रही हैं। हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने XUV E9 और BE 6 इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च की हैं, जिसे ₹8,472 करोड़ के प्री-बुकिंग ऑर्डर मिल चुके हैं। भारत में 2024 में 1 लाख इलेक्ट्रिक कारें बिकीं, जबकि चीन में यह आंकड़ा 1.1 करोड़ था।
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