Shares Markets: नए साल में इन 3 तरह के शेयरों से रहें दूर, नोमुरा ने निवेशकों को दी बड़ी चेतावनी

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने भारतीय शेयर मार्केट को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। ब्रोकरेज ने इस रिपोर्ट में कहा कि निफ्टी नए साल 2026 में 12% तक का रिटर्न दे सकता है। हालांकि इसके साथ ही उसने नए साल में निवेशकों को तीन तरह के शेयरों से दूरी बनाकर रहने की चेतावनी भी दी है। कौन-से हैं ये तीन तरह के शेयर?

अपडेटेड Dec 02, 2025 पर 6:59 PM
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Nomura का कहना है कि निवेशकों को नैरेटिव का पीछा करने की जगह बॉटम-अप अप्रोच अपनाना चाहिए

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने भारतीय शेयर मार्केट को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। ब्रोकरेज ने इस रिपोर्ट में कहा कि निफ्टी नए साल 2026 में 12% तक का रिटर्न दे सकता है। हालांकि इसके साथ ही उसने नए साल में निवेशकों को तीन तरह के शेयरों से दूरी बनाकर रहने की चेतावनी भी दी है। कौन-से हैं ये तीन तरह के शेयर? नोमुरा ने क्यों इन्हें लेकर सावधान रहने की सलाह दी है? और किन सेक्टर्स में ब्रोकरेज को इस समय बेहतर मौके दिख रहे हैं? आइए पूरी बात समझते हैं।

कोविड के बाद से ही भारतीय शेयर बाजारों ने जबरदस्त तेजी दिखाई है। डिफेंस, PSU, रियल एस्टेट, हॉस्पिटल्स, पावर इक्विपमेंट जैसे सेक्टर्स में तेजी की ऐसी रफ्तार रही कि कई स्टॉक्स ने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दे दिए। लेकिन नोमुरा का कहना है कि 2026 में हालात बदल सकते हैं। बहुत से स्टॉक्स अब “ऊंचे वैल्यूएशन” पर पहुंच चुके हैं और इनके पीछे का “नैरेटिव” यानी कहानी अब थकान महसूस कर रहा है। नोमुरा ने निवेशकों के लिए तीन बड़े अलर्ट जारी किए हैं। आइए तीनों को समझते हैं।

नोमुरा की पहली सलाह: "नैरेटिव स्टॉक्स" का पीछा नहीं करे

ब्रोकरेज का कहना है कि अधिकतर नैरेटिव स्टॉक्स इस समय बेहद ऊंचे वैल्यूएशन पर हैं। ऐसे में इन्हें खरीदना एक बड़ी गलती हो सकती है। दरअसल, कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में सप्लाई-चेन बदली, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ा, और कई सेक्टर्स अचानक चर्चा के केंद्र में आ गए। जैसे- डिफेंस, पावर इक्विपमेंट, EMS यानी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज, हॉस्पिटल्स व हेल्थकेयर, होटल्स, रियल एस्टेट और केमिकल यानी CRDMO सेक्टर।


इन सेक्टर्स में “कहानी” यानी नैरेटिव इतना मजबूत बना कि इनके वैल्यूएशन कई जगहों पर बहुत ऊंचे स्तर पर चले गए है। Nomura का कहना है कि अब इस नैरेटिव में थकान के लक्षण दिख रहे हैं। मतलब, अब इन स्टॉक्स में आगे तेजी की संभावना बहुत सीमित हो सकती है।

नोमुरा का तर्क यह है कि ऊंचे वैल्यूएशन के चलते इन शेयरों का रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो अब वाजिव स्तर पर नहीं है। अगर ये कंपनियां जरा भी उम्मीद से कम प्रदर्शन करती है, तो फिर ऐसी हाई वैल्यूएशन वाली कंपनियों में बड़ी गिरावट आ सकती है। लेकिन दूसरी तरफ, अगर कंपनी उम्मीद से थोड़ा भी बेहतर करती है, तो इनके शेयर प्राइस में फिर से तेज उछाल भी आ सकता है। लेकिन ये ट्रेंड बहुत अनिश्चित है और इसलिए ब्रोकरेज का कहना है कि इसमें जोखिम ज्यादा है।

नोमुरा ने कहा कि निवेशकों को नैरेटिव का पीछा करने की जगह बॉटम-अप अप्रोच अपनाना चाहिए। ऐसे स्टॉक्स को चुनिए जिनमें मार्जिन के मोर्चे पर नैरेटिव बेहतर हो सकता है। या जहां वैल्यूएशन ठीक-ठाक हैं और कंपनी के नतीजे बाजार की उम्मीदों से बेहतर हो सकते हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि उसके हिसाब से कमर्शियल व्हीकल्स, फार्मास्यूटिकल्स, IT सर्विसेज और NBFCs ऐसे सेक्टर हो सकते हैं

नोमुरा की दूसरी सलाह: 'ग्लोबल एक्सपोजर' वाले शेयरों को दें ध्यान

नोमुरा का दूसरा पॉइंट यह है कि 2026 में निवेशकों को थोड़ा एक्सपोजर उन कंपनियों में रखना चाहिए जिनका कारोबार विदेशी बाजारों से जुड़ा है। नोमुरा का कहना है कि इस समय ग्लोबल मैक्रो आउटलुक काफी स्थिर दिख रहा है। इसी वजह से IT सेक्टर को लेकर भी नोमुरा बुलिश है।

हालांकि नोमुरा ने 2025 में अधिकतर समय ग्लोबल एक्सपोजर की जगह भारत में एक्सपोजर वाले स्टॉक को प्राथमिकता दी थी और कंजम्प्शन थीम पर दांव लगाने की सलाह दी है। लेकिन अब ब्रोकरेज का मानना है कि इस थीम का समय खत्म हो चुका है।

नोमुरा की तीसरी सलाह: सरकारी सपोर्ट वाली कंपनियों को लेकर रहें सतर्क

ब्रोकरेज ने निवेशकों को उन कंपनियों को ध्यान से चुनने की सलाह दी है, जिनका बिजनेस सरकारी सपोर्ट पर टिका है। जैसे- PLI स्कीम का लाभ लेने वाली कंपनियां। या ऐसे सेक्टर्स जहां सरकार टैक्स, ड्यूटी या इंसेंटिव के जरिए बड़ा रोल निभाती है।

नोमुरा का कहना है कि आने वाले समय में सरकार सब्सिडी देने में ज्यादा सलेक्टिव अप्रोच अपनागी और रेवेन्यू की कमी को पूरा करने के लिए नए-नए स्रोत तलाश सकती है। इसलिए ऐसी कंपनियां, जिनका बिजनेस “सरकारी मदद” पर बहुत ज्यादा निर्भर है, उनमें जोखिम बढ़ सकता है। नोमुरा ने कहा कि “इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल की मजबूती को अच्छे से परखें। केवल सरकार से मिलने वाले इनसेंटिव पर निर्भर रहना समझदारी नहीं है।”

नोमुरा ने 2026 के इन 20 शेयरों पर लगाया दांव

अब सबसे बड़ा सवाल। 2026 में नोमुरा को शेयर मार्केट के कहां तक जाने की उम्मीद है? नोमुरा ने 2026 के आखिर तक के लिए निफ्टी-50 का टारगेट 29,300 तय किया है। यह मौजूदा स्तरों से लगभग 12% की तेजी का अनुमान है। यानी ब्रोकरेज को अगले एक साल में भारतीय शेयर मार्केट से 12 फीसदी के रिटर्न की उम्मीद है। ब्रोकरेज ने 2026 के लिए अपने 20 दमदार स्टॉक्स की लिस्ट भी जारी की है।

इनमें ICICI बैंक, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, सीजी पावर, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, अशोक लीलैंड, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, स्विगी, एल्केम लैबोरेटरीज, M&M फाइनेंशियल सर्विसेज, सोना BLW, ईक्लर्क्स, आदित्य बिड़ला रियल एस्टेट और मेडप्लस शामिल हैं।

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