AWL Agri Shares: AWL एग्री बिजनेस के शेयरों में शुक्रवार 21 नवंबर को एक बड़ी ब्लॉक डील देखने को मिली। इस ब्लॉक डील में कंपनी की लगभग 6.6% हिस्सेदारी का लेनदेन हुआ, जिसकी वैल्यू करीब 2400 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस ब्लॉक डील के बाद कंपनी के शेयर दवाब में आ गए और शुरुआती कारोबार में 2.53% गिरकर ₹269.75 पर ट्रेड कर रहे थे।
यह ब्लॉक डील ऐसे समय में हुआ है जब अदाणी ग्रुप लगातार इस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकलने की प्रक्रिया में है। अदाणी ग्रुप के पास AWL एग्री बिजनेस में 20% हिस्सेदारी थी। हालांकि इस हफ्ते की शुरुआत में अदाणी ग्रुप ने ने अपनी 13% हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल (Wilmar International) की एक यूनिट को 4,646 करोड़ रुपये में ऑफ-मार्केट सौदे के जरिए बेच दी थी।
मनीकंट्रोल ने बाकी 7 परसेंट हिस्सेदारी के ब्लॉक डील के जरिए बेचने की योजना के बारे में पहले ही कई इंडस्ट्री सोर्सेज के जरिए बताया था। माना जा रहा है कि शुक्रवार के ब्लॉक डील के जरिए अदाणी ग्रुप इस कंपनी ने पूरी तरह बाहर निकल गई है।
हिस्सेदारी बेचने का तरीका: ‘क्लीन-आउट ट्रेड’
इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार, अदाणी कमोडिटीज (अदाणी एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी) ने अपनी बची हुई हिस्सेदारी बेचने के लिए ‘क्लीन-आउट ट्रेड’ शुरू किया था। इस डील के लिए शेयरों का न्यूनतम भाव 275 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। यह AWL एग्री बिजनेस के गुरुवार के बंद भाव से 0.6% की डिस्काउंट पर था। इस ब्लॉक डील को Jefferies मैनेज कर रहा था
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि FMCG सेक्टर से बाहर निकलकर अदाणी ग्रुप फिर से अपने कोर इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस पर फोकस कर रहा है।
किन निवेशकों ने लिया हिस्सा?
अदाणी ग्रुप के मुताबिक, इस ब्लॉक डील में कई बड़े घरेलू और वैश्विक संस्थागत निवेशकों ने भाग लिया। वहीं CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार इस ब्लॉक डील में वैनगार्ड, चार्ल्स श्वाब, ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और SBI म्यूचुअल फंड जैसे प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया। इसके अलावा टाटा म्यूचुअल फंड, क्वांट म्यूचुअल फंड और बंधन म्यूचुअल फंड ने भी इस खरीदारी में हिस्सा लिया। इस ब्लॉक डील से जुड़े फाइनल आंकड़े आने का अभी इंतजार हो रहा है।
AWL Agri Business के शेयर शुक्रवार सुबह गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। साल 2025 में अब तक यह शेयर 18% तक गिर चुका है।
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