Bangladesh unrest : बांग्लादेश में सोमवार (5 अगस्त) को उस समय अराजकता फैल गई, जब शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया और वह सैन्य विमान से देश छोड़कर चली गईं। बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में पिछले 15 दिन में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सेना ने कमान संभाल ली है। शेख हसीना फिलहाल भारत में है। बाद में उनके लंदन जाने की खबरें हैं। बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन अब भी जारी हैं। BNP की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया को रिहा किये जाने की तैयारी है।
भारतीय कंपनियों पर बांग्लादेश संकट का असर
बांग्लादेश में हुआ तख्तापलट वैसे तो एक राजनैतिक संकट है लेकिन हमारे बाजारों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। बांग्लादेश में बड़ें एक्सपोजर के चलते मैरिको आज करीब 3 फीसदी फिसलकर वायदा का टॉप लूजर बना है।
दूसरी तरफ टेक्स्टाइल कंपनियों में अच्छी रौनक देखने को मिल रही है। गोकलदास एक्सपोर्ट्स, KPR मिल्स और अंबिका कॉटन जैसे शेयरों में 7 से 15 फीसदी का उछाल आया है। जानकारों का कहना है कि बांग्लादेश संकट का भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। ग्लोबल कंपनियां बांग्लादेश+1 सप्लाई चेन की तरफ देखेंगी जिसका सीधा फायदा भारतीयकंपनियों को होगा।
VIP इंडस्ट्रीज, मैरिको, डाबर, इमामी, नेस्ले, जीसीपीएल, ब्रिटानिया, जुबिलेंट फूड्स और ट्रेंट जैसी कई भारत में कारोबार करने वाली कई कंपनियां बांग्लादेश में भी कारोबार करती हैं। ऐसे में बांग्लादेश में होने वाले उथल-पुथल का असर इन कंपनियों पर भी देखने को मिल सकता है। आइए डालते हैं इन पर एक नजर
VIP इंडस्ट्रीज का बांग्लादेश में प्लांट है। कंपनी की 30-35 फीसदी उत्पादन क्षमता बांग्लादेश से आती है।
मैरिको के इंटरनेशनल आय में 44 फीसदी योगदान बांग्लादेश से आता है। इंटरनेशनल बिक्री का कुल आय में 25 फीसदी योगदान होता है। मॉर्गन स्टेनली ने मैरिको पर Equal Weight रेटिंग देते हुए 596 रुपए प्रति शेयर का टारगेट दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के नतीजे अनुमान के मुताबिक रहे हैं और कमेंट्री भी पॉजिटिव है।
बांग्लादेश में 5 फीसदी से कम एक्सपोजर वाली कंपनियां
बांग्लादेश में 5 फीसदी से कम एक्सपोजर वाली कंपनियों पर नजर डालें तो इनमें डाबर, इमामी, नेस्ले, जीसीपीएल और ब्रिटानिया कंपनियां शामिल हैं। जुबिलेंट फूड्स के बांग्लादेश में 28 स्टोर हैं। कंपनी की कुल बिक्री में बांग्लादेश का योगदान करीब 1 फीसदी है। ट्रेंट का भी बांग्लादेश कारोबार है। इसके अलावा हांगकांग और थाईलैंड में भी कंपनी का बड़ा कारोबार है।