इक्विटी म्यूचुअल फंड (mutual fund) स्कीमों के मई 2025 की कैश होल्डिंग में महीने-दर-महीने आधार पर 4.4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। PrimeMFdatabase.com के मुताबिक इन स्कीमों में कैश होल्डिंग अप्रैल के 1.73 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.65 लाख करोड़ रुपये रह गई है। इस अवधि में कैश होल्डिंग में 7,607 करोड़ रुपए के गिरावट हुई है। असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) के हिस्से के रूप में नकदी का स्तर मई में 3.56 फीसदी तक गिर गया, जो पिछले महीने 3.92 फीसदी था। यह इक्विटी बाजार में निवेश बढ़ने का संकेत है।
एनालिसिस में शामिल 43 म्यूचुअल फंड हाउस में से 16 ने अपनी कैश होल्डिंग बढ़ाई है जबकि 27 ने अपनी कैश होल्डिंग घटाई है। सबसे बड़ी कटौती कुछ सबसे बड़े फंड हाउस की ओर से हुई है। एसबीआई म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग में 3,839 करोड़ रुपये की कटौती की है। उसके बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने 3,025 करोड़ रुपये की कटौती की है। एक्सिस म्यूचुअल फंड और पीपीएफएएस म्यूचुअल फंड ने भी 2,821 करोड़ रुपये और 2,460 करोड़ रुपये की कैश होल्डिंग घटाई है। क्वांट म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग 1,597 करोड़ रुपये घटाई है।
दूसरी ओर, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग्स में 1,736 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की है। वहीं, कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड और डीएसपी म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग में 1,007 करोड़ रुपये और 760 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की है। केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग 981 करोड़ रुपये बढ़ाई है। जबकि बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग में 255 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ अपने कैश लेवल को दोगुना से ज्यादा बढ़ा दिया है।
छोटे असेट अंडर मैनेजमेंट वाले फंड हाउसों की बात करें तो ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग को अपने इक्विटी एयूएम के 3.5 फीसदी से बढ़ाकर 13.4 फीसदी कर दिया है। इस बीच, सैमको म्यूचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग को 8.1 फीसदी से घटाकर 1.9 फीसदी कर दिया है।
मई महीने के दौरान,बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद निफ्टी में लगभग 1.8 फीसदी की वृद्धि हुई। जबकि इस अवधि के दौरान सेंसेक्स में लगभग 1.5 फीसदी की बढ़त हुई। बाजार में तेजी के माहौल के चलते इक्विटी निवेश बढ़ा है। अधिकांश एक्सपर्ट भारतीय बाजारों को लेकर बुलिश बने हुए हैं। बंधन म्यूचुअल फंड के एक हालिया नोट में कहा गया है कि मई 2025 को समाप्त होने वाले तीन महीनों में भारत ग्लोबल स्तर पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बाजार रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है, "भारत के 16 फीसदी गेन की तुलना में, ग्लोबल और विकसित बाजारों में सिर्फ 2 फीसदी की बढ़त हुई है। जबकि इमर्जिंग मार्केट में मई 2025 को खत्म 3 महीने की अवधि में 5 फीसदी की बढ़त हुई है।"
लेकिन सभी को निवेश के अवसर नहीं नजर आ रहे हैं। मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में, क्वांटम म्यूचुअल फंड के सीआईओ चिराग मेहता ने बताया कि उनके पास अभी भी लगभग 12-14 फीसदी कैश पड़ा है। बाजार अभी भी काफी महंगा दिख रहा है। अगर अच्छे शेयर सही भाव में मिलेंगे तभी खरीदारी करेंगे। केवल कुछ ही सेक्टर में वैल्यूएशन अच्छा दिख रहा है।
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