BlueStone Jewellery IPO Listing: घाटे में चल रही और रॉकेट की स्पीड से लगातार बढ़ रहे कर्ज वाली कंपनी ब्लूस्टोन ज्वैलरी के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। इसे ओवरऑल ढाई गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹517 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹508.80 और NSE पर ₹510.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि पूंजी ही 1% से अधिक घट गई। हालांकि आईपीओ निवेशकों की थोड़ी राहत मिली जब शेयरों ने रिकवरी की। उछलकर BSE पर यह ₹564.00 (BlueStone Jewellery Share Price) तक पहुंच गया। दिन के आखिरी में बीएसई पर यह ₹546.00 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 5.61% मुनाफे में हैं।
BlueStone Jewellery IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ब्लूस्टोन ज्वैलरी का ₹1,540.65 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 2.72 गुना सब्सक्राइब हुआ था जिसमें एक कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा तो आधे से थोड़ा अधिक ही भर पाया था। इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 4.25 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.57 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.38 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹820.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹1 की फेस वैल्यू वाले 1,39,39,063 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹750.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
BlueStone Jewellery के बारे में
ब्लूस्टोन ज्वैलरी एंड लाइफस्टाइल ब्लूस्टोन ब्रांड के तहत गोल्ड, डायमंड, प्लेटिनम और जड़ाऊ ज्वैलरी बनाती है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक देश के 26 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज के 117 शहरों में इसके 275 स्टोर्स हैं जो 12500 से अधिक पिन कोड में फैले हुए हैं। इसमें 200 स्टोर तो इसके स्टोर हैं तो 75 फ्रेंचाइजी स्टोर्स हैं। इसक प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में अंगूठियां, झुमके, हार, पेंडेंट, सॉलिटेयर, चूड़ियां, कंगन और चेन इत्यादि हैं। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके ज्वैलरी प्रोडक्ट्स के 91 कलेक्शंस हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹167.24 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹142.24 करोड़ पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2025 में यह फिर बढ़कर ₹221.84 करोड़ पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 52% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,830.04 करोड़ पर पहुंच गई। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी रॉकेट की स्पीड से लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹228.42 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹430.43 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹728.62 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।