ब्रॉडर इंडेक्सेस में 2 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट, 170 से ज्यादा स्मॉलकैप 10-23% टूटे, जानें अगले हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल
निफ्टी पर LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि कई दिनों में पहली बार इंडेक्स 23,500 से नीचे बंद हुआ। इसकी वजह से इंडेक्स पर मंदी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसमें शॉर्टटर्म सेंटीमेंट नरम बना हुआ है। इंडेक्स में 23,300 या 23,000 तक गिरावट की आशंका है। जबकि ऊपर की ओर रेजिस्टेंस 23,550-23,600 पर देखने को मिल सकता है
इस हफ्ते के दौरान बाजार में FIIs ने 16,854.25 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DIIs ने 21,682.76 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी
Market Next Week: ब्रॉडर इंडेक्सेस ने दो महीने में अपना सबसे खराब प्रदर्शन दर्ज किया। इसमें 3-6 प्रतिशत की गिरावट आई। मिश्रित वैश्विक बाजारों, तीसरी तिमाही के कॉरपोरेट आय अनुमानों में नरमी और भारत की आर्थिक मंदी पर चिंताओं के बीच इन्होंने मुख्य इंडेक्सेस से कमजोर प्रदर्शन किया। इस हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 1,844.2 अंक या 2.32 प्रतिशत टूटकर 77,378.91 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 573.25 अंक या 2.38 प्रतिशत गिरकर 23,431.50 पर बंद हुआ। बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में 5.7 प्रतिशत की गिरावट आई और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 6 प्रतिशत की गिरावट आई।
सेक्टोरल इंडेक्सेस में केवल बीएसई आईटी इंडेक्स में 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। जबकि अन्य सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। बीएसई पावर इंडेक्स में लगभग 9 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई रियल्टी इंडेक्स में 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। बीएसई पीएसयू इंडेक्स में 7 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई कैपिटल गुड्स और मेटल इंडेक्स दोनों में 5 प्रतिशत की गिरावट आई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने हफ्ते के दौरान 16,854.25 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 21,682.76 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
श्रीकांत चौहान ने कहा "भारतीय इक्विटी बाजारों ने अधिकांश वैश्विक बाजारों से कमजोर प्रदर्शन किया। इस सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स में 2% की गिरावट आई। मिडकैप और स्मॉल-कैप शेयरों में गिरावट अधिक गंभीर रही। बीएसई मिडकैप इंडेक्स और स्मॉलकैप इंडेक्स में 5% की गिरावट आई। सप्ताह के दौरान लगभग सभी प्रमुख सेक्टर्स में गिरावट देखी गई। बीएसई कैपिटल गुड्स, बीएसई पावर और बीएसई रियल्टी इंडेक्सेस में 5 प्रतिशत से अधिक की साप्ताहिक गिरावट देखी गई।''
"इसके विपरीत, बीएसई आईटी इंडेक्स ने टीसीएस नतीजों के बाद बढ़त हासिल की। टीसीएस का रेवन्यू सपाट रहा और EBIT मार्जिन में 40 बीपीएस की वृद्धि रही। ये मोटे तौर पर हमारे अनुमान के अनुरूप है। टीसीएस के लिए डील TCV में तिमाही और सालाना आधार पर तेजी से वृद्धि हुई।"
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। जिसमें जय कॉर्प, केईसी इंटरनेशनल, आईनॉक्स विंड, स्किपर, ओरिएंटल रेल इंफ्रास्ट्रक्चर, गरवारे हाई-टेक फिल्म्स, ब्लू स्टार और पीसीबीएल जैसे स्टॉक 15-23 प्रतिशत के बीच गिरे। हालांकि, स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल, पीटीसी इंडस्ट्रीज, कॉफी डे एंटरप्राइजेज, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर और पोकर्ण जैसे शेयरों में 10-19 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
HDFC Securities के नागराज शेट्टी का सोमवार 13 जनवरी के लिए बाजार पर नजरिया
नागराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी 23500 के तात्कालिक सपोर्ट लेवल के नीचे की ओर टूट गया है। लेकिन सपोर्ट के नीचे तीव्र बिकवाली के उत्साह में कमी देखने को मिली। निफ्टी वर्तमान में डेली चार्ट पर कनवर्जिंग ट्राएंगल के भीतर नजर आ रहा है। अब इसमें इस ट्राएंगल के निचले सिरे से नीचे की ओर ब्रेकआउट की कोशिश हो रही है।
पिछले कुछ हफ्तों की गिरावट के बाद इस हफ्ते वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक लंबा बेयरिश कैंडल बनाया। वीकली क्लोजिंग के अनुसार एसेंडिंग इंटरमीडियेट ट्रेंड लाइन का वीकली सपोर्ट नीचे की ओर टूट गया है।
उतार-चढ़ाव भरी गतिविधियों के बीच निफ्टी का अंतर्निहित रुझान नकारात्मक बना हुआ है। इसमें नीचे की ओर अगला सपोर्ट 23260-23000 स्तरों के आसपास दिख सकता है। इसमें तत्काल रेजिस्टेंस 23600 के स्तर पर नजर आ रहा है।
LKP Securities के रूपक डे का सोमवार 13 जनवरी के लिए बाजार पर नजरिया
रूपक डे ने कहा कि कई दिनों में पहली बार इंडेक्स 23,500 से नीचे बंद हुआ। इससे मंदी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इंडेक्स 50 EMA के अहम लेवल से नीचे बना हुआ है। ये मंदी के रुझान की पुष्टि करता है। इसके अलावा, आरएसआई निगेटिव क्रॉसओवर में बना हुआ है। जो कमजोर मोमेंटम का संकेत दे रहा है। इसमें शॉर्टटर्म सेंटीमेंट नरम बना हुआ है। इंडेक्स में 23,300 या 23,000 तक गिरावट की संभावना है। जबकि ऊपर की ओर रेजिस्टेंस 23,550-23,600 पर देखने को मिल सकता है।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)