BSE Share Price: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE Ltd) के शेयरों में बुधवार 12 नवंबर को 5% से भी अधिक की शानदार तेजी देखने को मिली। यह तेजी कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद आई, जो बाजार की उम्मीदों से बेहतर रहे। शुरुआती कारोबार में बीएसई के शेयर करीब 5% चढ़कर 2,770 रुपये के स्तर तक पहुंच गए। पिछले एक साल में BSE के शेयरों में लगभग 78% की तेजी देखी गई है।
BSE ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 61% बढ़कर 558 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 347 करोड़ रुपये रहा था। मुनाफे में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से ट्रेडिंग और प्लेटफॉर्म रेवेन्यू में इजाफे के चलते हुई।
कंपनी ने बताया कि इस ग्रोथ के पीछे उसके ट्रेडिंग सेगमेंट, म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म और दूसरे डिजिटल प्लेटफॉर्म सर्विसेज का बड़ा योगदान रहा। तिमाही आधार पर भी BSE के रेवेन्यू और मुनाफे दोनों में सुधार दर्ज हुआ।
ब्रोकरेज फर्मों का क्या है कहना?
BSE के मजबूत नतीजों पर विदेशी ब्रोकरेज फर्मों की राय मिलीजुली रही। जेफरीज ने BSE के शेयर पर अपनी ‘Buy’ की रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लिए 2,930 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी का 61% प्रॉफिट ग्रोथ उम्मीदों के अनुरूप रहा।
जेफरीज के मुताबिक, इंडेक्स डेरिवेटिव वॉल्यूम और रेवेन्यू में बढ़ोतरी ने कैश सेगमेंट की गिरावट की भरपाई की है। साथ ही, BSE का डेरिवेटिव रेवेन्यू का 5% हिस्सा सेटलमेंट गारंटी फंड (SGF) में देने का फैसला भी उम्मीद से कम प्रभाव डालने वाला है।
दूसरी ओर, गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने बीएसई के शेयर पर ‘न्यूट्रल’ की रेटिंग बनाए रखी है और शेयर का टारगेट प्राइस 2,460 रुपे तय किया। ब्रोकरेज के मुताबिक, कंपनी का अंडरलाइनिंग EPS 13.6 रुपये रहा, जो इसके अनुमान से लगभग 3% ज्यादा था। ऑपरेटिंग रेवेन्यू तिमाही आधार पर 12% और सालाना आधार पर 44% बढ़ा, जबकि ऑपरेटिंग खर्च क्रमशः तिमाही आधार पर 14% और सालाना आधार पर 7% बढ़े।
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