बाजार की आगे की रणनीति पर बात करते हुए दीपन मेहता ने कहा कि बाजार में धीरे-धीरे मोमेंटम बनता नजर आ रहा है। बेहतर मॉनसून के बाद एग्रीकल्चर सेक्टर में बढ़त की उम्मीद है। इंटरेस्ट कट, जीएसटी दरों में कटौती के बाद रुलर डिमांड बढ़ने की संभावनाएं है। भारत-यूएस डील अगर पूरी हो जाती है तो बाजार नया हाई लगाता नजर आएगा।
सितंबर तिमाही के अर्निंग सीजन बेहतर रहेंगे यह कहना उचित नहीं है। हालांकि मैनजमेंट कमेंट्री पॉजिटिव रह सकती है। जिस तरह से कंपनियां जीएसटी कटौती का फायदा ग्राहकों को देना का ऐलान कर रही है वो कंपनियों के आगे के नंबर्स के लिए बेहतर रहेगा। यहीं वजह है कि कई कंपनियों के शेयर जैसे आयशर मोटर्स, रेडिको खेतान जैसे शेयर धीरे-धीरे अपने ऑल टाइम हाई के स्तर को छु रही है। इस तिमाही के नतीजों को नजरअंदाज कर दिसंबर क्वांटर की तरफ ध्यान देना चाहिए।
दीपन मेहता ने कहा कि Allied Blenders पर उनकी नजर हैं। पिछले 2-3 तिमाहियों के कंपनी के नतीजे शानदार थे। कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ा है। वहीं तिलकनगर इंडस्ट्रीज में भी अच्छी तेजी की उम्मीद है। "मेंसेस हाउस"विवाद अगर पूरी तरह से तिलकनगर इंडस्ट्रीज के पक्ष में आता है तो शेयर आगे शानदार तेजी दिखाएगा।
रिस्क लेने की क्षमता है तो करें वोडाफोन में निवेश
वोडाफोन आइडिया पर बात करते हुए दीपन मेहता ने कहा कि सरकार कंपनी को लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है। जिन निवेशकों के पास रिस्क लेने की क्षमता है वह यह शेयर खरीद सकते है। अगर आपको नुकसान हुआ तो हुआ लेकिन अगर स्टॉक चल गया तो 1-2 साल में डबल भी हो सकता है क्योंकि अंडरलाइन इंडस्ट्रीज मोमेंटम अच्छा है। हालांकि पर्सनली में इस स्टॉक में निवेश नहीं करना चाहूंगा। लेकिन मैं निवेशकों को कह दूं कि वोडाफोन को तेजी दिखाने के लिए काफी लंबी रेस दौड़नी होगी।
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