हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (एचएएल) ने 7 नवंबर को जीई एयरोस्पेस से एक बड़ी डील की। इस डील के तहत अमेरिकी कंपनी एचएएल को 113 जेट इंजन की सप्लाई करेगी, जिसका इस्तेमाल तेजस लाइट कंबैट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम में होगा। एचएएल ने इस डील के बारे में बताया है। उसने कहा है कि यह डील 97 लाइट कंबैट एयक्राफ्ट एमके1ए प्रोग्राम के सपोर्ट पैकेज के लिए हुई है।
जीई 2027 से शुरू करेगी इंजन की सप्लाई
HAL और GE Aerospace के बीच हुई इस डील के तहत F404-GE-IN20 इंजन की सप्लाई 2027 से शुरू होगी। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि सभी इंजन की सप्लाई 2032 तक पूरी हो जाएगी। डिफेंस मिनिस्ट्री ने सितंबर में एचएएल के साथ 62,370 करोड़ रुपये की डील की थी। इस डील के तहत कंपनी इंडियन एयर फोर्स को 97 तेजस एमके1ए लाइट कंबैट एयरक्राफ्ट की सप्लाई करेगी।
कई देशों ने तेजस में दिखाई है दिलचस्पी
तेजस एक सिंगल इंजन मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्ट है। इसका इस्तेमाल ज्यादा रिस्क वाले एयर इनवायरमेंट में किया जा सकता है। इसे देश की एयर डिफेंस और स्ट्राइक रोल को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए विकसित किया गया है। इसका उत्पादन एचएएल करेगी। कई देशों ने तेजस में दिलचस्पी दिखाई है।
HAL के शेयर ने दिया 2025 में 11% रिटर्न
एचएल सरकार की कंपनी है। यह यह कई तरह के एयरोस्पेस और डिफेंस इक्विपमेंट्स बनाती है। 7 नवंबर को कंपनी का शेयर 0.84 फीसदी चढ़कर 4,632 रुपये पर बंद हुआ। 2025 में यह शेयर 11 फीसदी चढ़ा है।