Shipping stocks : आज होने वाली कैबिनेट की अहम बैठक में शिपिंग सेक्टर को बड़ा बूस्ट मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक शिपिंग के लिए 70 हजार करोड़ के 3 स्कीमों का एलान हो सकता है। आज कैबिनेट में बड़े एलान की उम्मीद से शिपिंग शेयर तेजी से भागे हैं। SCI का शेयर करीब 3 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। साथ ही गार्डन रीच और मझगांव डॉक में भी अच्छी खरीदारी आई है।
70,000 करोड़ रुपए की 3 स्कीमों को मिल सकती है मंजूरी
पूरी खबर बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण रॉय ने कहा कि शिपिंग सेक्टर को मेगा बूस्ट देने के लिए 3 स्कीमों का प्रस्ताव है। आज कैबिनेट की बैठक में इन पर फैसला संभव है। 70,000 करोड़ रुपए की 3 स्कीमों में पहली स्कीम 25,000 करोड़ रुपए के मैरीटाइम डेवलपमेंट फंड बनाने से संबंधित है। इस फंड का लक्ष्य समुद्री विकास और सुरक्षा से जुड़े पहलुओं को मजबूत करना होगा।
दूसरी स्कीम है 20,000 करोड़ की लागत से शुरू होने वाली शिपबिल्डिंग डेवलपमेंट स्कीम। इसके तहत ग्रीनफील्ड शिपबिल्डिंग मेगा क्लस्टर्स को सहायता प्रदान की जाएगी और बंदरगाहों और लैंड कनेक्टिविटी के विस्तार पर फोकस किया जाएगा।
तीसरी स्कीम है 25,000 करोड़ रुपए की फाइनेंशियल असिस्टेंट स्कीम। इसके तहत शिप मैन्यूफैक्चरिंग के लिए कारोबारी सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इन स्कीमों के जरिए सरकार शिपिंग सेक्टर को कारोबारी सहायता देने, आधुनिक तकनीक को अपनाने और क्वालिटी स्टैंडर्ड को सुधारने पर फोकस करेगी।
इन स्कीमों का लक्ष्य घरेलू शिप बिल्डिंग,शिप ब्रेकिंग और बंदरगाहों से जुड़े बुनियादी ढांचे को मजबूती देने के लिए प्रोत्साहन, ब्याज सब्सिडी और दीर्घकालिक वित्त सहायता प्रदान करना है। सरकार ग्रीनफील्ड क्लस्टरों के विकास और मौजूदा शिपिंग सेंटरों के विस्तार पर भी जोर दे रही है। इसी कड़ी में, कोचीन शिपयार्ड ने 23 सितंबर को जहाज निर्माण में सहयोग के लिए एचडी कोरिया शिपबिल्डिंग एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कोचीन शिपयार्ड तमिलनाडु में 15,000 करोड़ रुपये की लागत से एक शिपयार्ड विकसित करने पर भी विचार कर रही है जिससे 10,000 नौकरियों का सृजन होगा।
2030 तक ग्लोबल शिप बिल्डिंग बाजार में 5% हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य
पोर्ट एंड शिपिंग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने हाल ही में कहा था कि केंद्र सरकार और ज्यादा शिपयार्ड विकसित करने पर काम कर रही है और 2030 तक ग्लोबल शिप बिल्डिंग बाजार में 5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
2030 तक 10 विश्वस्तरीय शिपयार्ड विकसित करने का टारगेट
शांतनु ठाकुर ने 15 सितंबर को सीआईआई सम्मेलन के दौरान कहा था, "हम 2030 तक ग्लोबल शिप बिल्डिंग बाजार में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं,जो हमारी वर्तमान पोजीशन से एक बड़ी छलांग होगी। इस लक्ष्य को ऑटोमेशन, डिजिटल ट्विन टेक्नोलॉजी और ग्रीन जहाज निर्माण इनोवेशनों में रणनीतिक निवेश के जरिए हासिल किया जाएगा।" सरकार की योजना "2030 तक 10 विश्वस्तरीय शिपयार्ड विकसित करने की है, जिन्हें सार्वजनिक-निजी भागीदारी और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से विकसित किया जाएगा।"