Capital market stocks : 12 सितंबर को होने वाली सेबी बोर्ड की अहम बैठक से पहले कैपिटल मार्केट से जुड़े शेयरों में 2.5 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है। 12 सितंबर को 12 बजे के आसपास बीएसई के शेयर 2.35% बढ़कर 2,213 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। जबकि एक दिन पहले यानी 11 सितेंबर को इसमें सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के चलते 5% की गिरावट आई थी। इस रिपोर्ट में बताया गया थी की सेबी वीकली एफएंडओ एक्सपायरी को समाप्त करने के लिए अगले महीने एक कंसल्टेशन पेपर जारी करने पर विचार कर रहा है।
आज 12 सितंबर को निफ्टी कैपिटल मार्केट्स इंडेक्स 1% बढ़कर 4,311 पर कारोबार कर रहा है। इस तेजी में नुवामा और बीएसई के शेयर लीड कर रहे हैं।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने कहा है कि एक्सपायरी के बारे में लागई जा रही अटकलों की पुष्टि सेबी या एक्सचेंजों द्वारा नहीं की गई है। हालांकि, जेफरीज़ का कहना है कि इन रेग्युलेटरी उपायों के चलते वित्त वर्ष 2027 में बीएसई के ईपीएस में 20-50% और नुवामा के ईपीएस में 15-25% की कटौती हो सकती है।
12 सितंबर को फिलहाल नुवामा के शेयर 2.7% बढ़कर 6,337 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं। जेफरीज ने कहा कि 15 दिन में होने वाली एक्सपायरी और अलग निपटान व्यवस्था की ओर कदम बढ़ाना सही लग रहा है। ब्रोकरेज का कहना है कि 12 सितंबर की सेबी बोर्ड बैठक पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।
जेफरीज का मानना है कि अगर पाक्षिक एक्सपायरी का विकल्प चुना जाता है और एनएसई और बीएसई दोनों के लिए अलग-अलग एक्सपायरी का दिन रखा जाता है तो इंडस्ट्री इंडेक्स ऑप्शन का एवरेज डेली टर्नओवर (ADTO) 55% तक गिर सकता है। वहीं, प्रीमियम एवरेज डेली टर्नओवर में 45% तक की गिरावट आ सकती है।
हालांकि जेफरीज को उम्मीद है कि अगस्त में बीएसई की बाजार हिस्सेदारी 29% पर स्थिर रहेगी, लेकिन वित्तीय वर्ष 2027 में इसके ऑप्शन कारोबार से आने वाले रेवेन्यू में 38% की गिरावट आएगी। इससे कंपनी के कंसोलीडेटेड रेवेन्यू में 22% और नेट प्रॉफिट में 21% की गिरावट आ सकती है।
बता दें कि 11 सितंबर को बीएसई के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। सीएनबीसी-टीवी18 ने खबर दी थी कि सेबी एक महीने के भीतर वीकली एफएंडओ कॉन्ट्रैक्टों को समाप्त करने के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी कर सकता है। सीएनबीसी-टीवी18 ने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर बताया था कि सेबी डिफाइंड ग्लाइड पाथ के साथ मंथली एक्सपायरी की ओर बदलाव की योजना पर काम कर रहा है। इसके साथ ही सभी एक्सचेंजों में एक ही दिन एक्सपायरी रखने पर भी विचार कर सकता है। सीएनबीसी-टीवी18 ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि सेबी बोर्ड को 12 सितंबर को लंबे डेरिवेटिव अवधि के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा एक्सचेंजों के साथ परामर्श अगले सप्ताह से शुरू होगा।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।