कैस्ट्रॉल इंडिया का प्रॉफिट चौथी तिमाही में साल दर साल आधार पर 8 फीसदी बढ़ा, जबकि रेवेन्यू ग्रोथ 7 फीसदी रही। हालांकि, कंपनी के एबिड्टा में गिरावट आई। क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बावजूद कंपनी का प्रदर्शन अच्छा नही रहा। इसमें व्हीकल्स की कमजोर डिमांड का बड़ा हाथ हो सकता है। ल्यूब्रिकेंट की अच्छी डिमांड के लिए ऑटो इंडस्ट्री की स्ट्रॉन्ग ग्रोथ जरूरी है। दूसरा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में लोगों की दिलचस्पी का असर भी कैस्ट्रॉल की बिक्री पर पड़ने के आसार हैं।
