CFF Fluid Control Listing: नेवी के लिए खोली गई कंपनी की मार्केट में एंट्री, पहले ही दिन अपर सर्किट

CFF Fluid Control का 86 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 मई से 2 जून के बीच खुला था। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों के लिए 165 रुपये का भाव और 800 शेयरों का लॉट फिक्स था। सब्सक्रिप्शन की बात करें तो यह इश्यू 2.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.67 गुना भरा था

अपडेटेड Jun 12, 2023 पर 4:27 PM
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CFF Fluid Control मुख्य रूप से शिपबोर्ड मशीनरी के बनाने और सर्विसिंग के कारोबार में है। यह इंडियन नेवी की पनडुब्बियों और जहाजों के लिए अहम कंपोनेंट सिस्टम्स और टेस्ट फैसिलिटीज तैयार करती है।
     
     
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    CFF Fluid Control Listing: इंडियन नेवी और मझगांव डॉकयार्ड शिपबिल्डर्स की बढ़ती जरूरतों के लिए 2012 में खोली गई कंपनी सीएफफ फ्लूड कंट्रोल की आज मार्केट में एंट्री हुई। इसके शेयरों की आज बीएसई-एसएमई पर एंट्री हुई। आईपीओ निवेशकों को शेयर 165 रुपये के भाव पर मिले हैं और अब यह 175 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ यानी कि निवेशकों को 6.06% का लिस्टिंग गेन मिला। पहले ही दिन यह 5 फीसदी की तेजी के साथ  183.75 रुपये (CFF Fluid Control Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी लेवल पर बंद हुआ। इस आईपीओ के तहत सभी नए शेयर ही जारी हुए हैं यानी कि ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत शेयरों की बिक्री नहीं हुई है।

    CFF Fluid Control IPO की डिटेल्स

    सीएफएफ फ्लूड कंट्रोल का 86 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 मई से 2 जून के बीच खुला था। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों के लिए 165 रुपये का भाव और 800 शेयरों का लॉट फिक्स था। सब्सक्रिप्शन की बात करें तो यह इश्यू 2.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.67 गुना भरा था। आईपीओ निवेशकों को 52 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, नई मशीनरी और इक्विपमेंट खरीदने, टोड वायर एंटीना (Towed Wire Antenna) के तकनीक को खरीदने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।


    CFF Fluid Control के बारे में डिटेल्स

    यह कंपनी मुख्य रूप से शिपबोर्ड मशीनरी के बनाने और सर्विसिंग के कारोबार में है। यह इंडियन नेवी की पनडुब्बियों और जहाजों के लिए अहम कंपोनेंट सिस्टम्स और टेस्ट फैसिलिटीज तैयार करती है। इसके अलावा यह न्यूक्लियर और क्लीन एनर्जी जैसी इंडस्ट्रीज के लिए मैकेनिकल इक्विपमेंट और सिस्टम्स डिजाइन कर तैयार करती है और सर्विस देती है। इस कंपनी को इंडियन नेवी, मझगांव डॉकयार्ड शिपबिल्डर्स की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए ही खोला गया था। इसका काम देश के 'स्कॉर्पीन' पनडुब्बी कार्यक्रम के लिए मशीनी पार्ट्स को बनाकर सप्लाई करने का था।

    कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसे वित्त वर्ष 2020 में 1.33 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष में यह तेजी से घटकर फिर 24.60 लाख रुपये पर आ गया। इसके बाद कंपनी का कारोबार पटरी पर लौटा और यह वित्त वर्ष 2022 में 7.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती नौ महीने अप्रैल-दिसंबर 2022 में इसे 7.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।

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    First Published: Jun 12, 2023 10:03 AM

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