Coal India Share Price: धमाकेदार तिमाही और सस्ता वैल्यूशन, फिर एंट्री के लिए एक्सपर्ट्स क्यों कर रहे इंतजार?

Coal India: आमतौर पर जिस स्टॉक का वैल्यूएशन सस्ता होता है, उसमें निवेश पर अधिक रिटर्न हासिल करने की गुंजाइश होती है। ऐसा ही एक स्टॉक है कोल इंडिया, जिसका वैल्यूएशन काफी सस्ता है, लेकिन फिर भी एक्सपर्ट्स इसमें अधिक तेजी की गुंजाइश नहीं देख रहे हैं, जानिए ऐसा क्यों? इसमें निवेश के लिए एनालिस्ट्स ने टारगेट प्राइस क्या फिक्स किया है?

अपडेटेड May 08, 2025 पर 10:55 AM
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Coal India Shares: वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही सुस्त रहने के बाद कोल इंडिया ने वित्त वर्ष का समापन धमाकेदार किया और मार्च तिमाही शानदार रही।

Coal India Shares: वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही सुस्त रहने के बाद कोल इंडिया ने वित्त वर्ष का समापन धमाकेदार किया और मार्च तिमाही शानदार रही। मार्च तिमाही के धमाकेदार नतीजे पर इसके शेयर भी इंट्रा-डे में करीब 3 फीसदी उछल गए। हालांकि ब्रोकरेजेज फर्म के रुझान में इसे लेकर खास बदलाव नहीं आया है। फिलहाल बीएसई पर यह यह 1.56% की बढ़त के साथ 389.80 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 2.91% उछलकर ₹394.95 पर पहुंच गया था। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 26 अगस्त 2024 को यह ₹544.70 के रिकॉर्ड हाई पर था और इस साल 17 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹349.20 पर था। इसे कवर करने वाले 24 एनालिस्ट्स में से 17 ने इसे खरीदारी, पांच ने होल्ड और दो ने सेल रेटिंग दी है।

Coal India पर क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?

Citigroup

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सिटीग्रुप ने कोल इंडिया की न्यूट्रल रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन टारगेट प्राइस को ₹390 से बढ़ाकर ₹395 कर दिया है। सिटी का कहना है कि शेयर पांच साल के औसत वैल्यूशन के आस-पास है और इसमें निचले लेवल पर सपोर्ट दिख रहा लेकिन अपसाइड तेज उछाल के लिए कोई बड़ी वजह दिख नहीं रही है। ब्रोकरेज के मुताबिक ई-ऑक्शन की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं लेकिन कोयले के मौजूदा इंवेंटरी लेवल के चलते सीमित उछाल के ही आसार हैं।


Nuvama Institutional Equities

ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने कोल इंडिया की ₹405 के टारगेट प्राइस पर होल्ड रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज का कहना है कि कोयले की कीमतें और वॉल्यूम दोनों ही सालाना आधार पर काफी हद तक स्थिर रहे और स्टॉक में एंट्री के लिए पहले वॉल्यूम वृद्धि में तेजी का इंतजार करना अधिक बेहतर रहेगा। कैप्टिव माइन से कोयले के बढ़ते उत्पादन के चलते कोल इंडिया का मार्केट में दबदबा धीरे-धीरे कम हो रही है। वित्त वर्ष 2025 में कैप्टिव की हिस्सेदारी सालाना आधार पर 15% से बढ़कर 19% पर पहुंच गई। हालांकि नुवामा ने सालाना 3% की चक्रवृद्धि रफ्तार (CAGR) से वॉल्यूम बढ़ने का अनुमान लगाया है लेकिन रिस्क बना हुआ है। ब्रोकरेज का कहना है कि फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट्स (एफएसए) के तहत अधिसूचित मूल्य में कोई भी संभावित वृद्धि केवल वित्त वर्ष 27 में होने की उम्मीद है, जब कोल इंडिया को नॉन-एग्जीक्यूटिव एंप्लॉयीज के लिए वेतन वृद्धि को भी लागू करना होगा।

Emkay Global

एमके ग्लोबल ने ₹475 के टारगेट प्राइस पर कोल इंडिया की खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज का कहना है कि वैल्यूएशन आकर्षक बना हुआ है और यह शेयर एक साल के फारवर्ड 7x P/E पर ट्रेड हो रहा है जबकि दस साल का औसत 9.7x है। ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि कोल इंडिया का उत्पादन वित्त वर्ष 2025 में 781 टन से बढ़कर वित्त वर्ष 2026 में 820 टन पर पहुंच सकता है लेकिन वैश्विक बेंचमार्क थर्मल कोयले की कीमतों में गिरावट के चलते ई-ऑक्शन प्रीमियम 50% पर आ सकता है।

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Jeevan Deep Vishawakarma

Jeevan Deep Vishawakarma

First Published: May 08, 2025 10:55 AM

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